रक्सौल। अनिल कुमार।
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल के नीचे एक हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया। हालांकि, बम निरोधक दस्ते ने इसे सुरक्षित रूप से डिफ्यूज कर दिया। ग्रेनेड को किसी को नुकसान न पहुंचे, इसलिए उसे एक खाली स्थान – हवाई अड्डा क्षेत्र – ले जाकर डेटोनेटर लगाकर डिफ्यूज किया गया। डिफ्यूज के दौरान तेज धमाके की आवाज सुनाई दी।
अन्य विस्फोटक की खोज में अभियान/
डिफ्यूजिंग के बाद देर रात तक सरिसवा नदी के किनारे अन्य संदिग्ध वस्तुओं की तलाश में तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन कोई और विस्फोटक नहीं मिला।
एसआईटी गठित, प्राथमिकी दर्ज–
मामले की गंभीरता को देखते हुए हरैया थाना में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया गया है। यह टीम जांच करेगी कि ग्रेनेड सीमा क्षेत्र में कैसे और किसके द्वारा पहुंचाया गया।
सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी/
इस घटना के बाद से सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) और अन्य एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। नेपाल से आने वाले हर व्यक्ति की गहन जांच की जा रही है। जांच में डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई है।
नेपाल से बहकर आया हो सकता है ग्रेनेड–
संदेह जताया जा रहा है कि नेपाल की ओर से किसी ने ग्रेनेड को नदी में फेंका होगा, जो बहते हुए भारत की सीमा तक आ गया।
एसएसबी की सतर्कता पर उठे सवाल–
गौरतलब है कि मैत्री पुल पर एसएसबी दिन-रात तैनात रहती है, फिर भी हैंड ग्रेनेड का मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है। हाल के दिनों में कई विदेशी नागरिकों को भारत में प्रवेश करते समय पकड़ा गया है, जिससे यह साबित होता है कि निगरानी तो है, पर चूक कहां हुई यह जांच का विषय है।
फोटो कैप्शन:
भारत-नेपाल सीमा पर मिला हैंड ग्रेनेड, जिसे बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज किया, सीमा पर सुरक्षा और निगरानी कड़ी कर दी गई है।
Motihari | Raxaul| Hand Grenade Found at Indo-Nepal Border Defused; SIT Formed, Security Agencies on High Alert.