तीन आरोपियों ने बढ़ती पुलिस दबिश के कारण किया कोर्ट में सरेंडर-
मोतिहारी के बनियापट्टी निवासी भाजपा नेता व लाइट डेकोरेटर राजन कुमार की हत्या के मामले में फरार तीन आरोपियों ने, पुलिस की लगातार दबिश के चलते सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। सरेंडर करने वाले आरोपियों में तेलियापट्टी के अमन कुमार उर्फ राजा, अनमोल साहू और हेनरी बाजार के विशाल जायसवाल शामिल हैं। एसपी स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट किया कि पूछताछ के लिए सभी को रिमांड पर लिया जाएगा।
अबतक आठ आरोपी सलाखों के पीछे, एक अभी भी फरार–
इस चर्चित हत्याकांड में नौ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। इनमें से सात ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है, एक आरोपी (यश कुमार) को पुलिस ने बरियारपुर चीनी मिल रोड से गिरफ्तार कर लिया था। वर्तमान में आठ आरोपी जेल में हैं, जबकि एक आरोपी रवि कुमार पुलिस की पकड़ से बाहर है।
फरार अभियुक्त के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की तैयारी–
पुलिस ने सभी नामजद आरोपियों के घर इश्तेहार चिपकाते हुए सरेंडर का अल्टीमेटम दिया था। रवि कुमार के फरार रहने पर उसके घर पर इश्तेहार जारी कर दिया गया है और जल्द ही कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
घटना की पृष्ठभूमि–
29 जुलाई की रात करीब ग्यारह बजे महावीरी झंडा जुलूस के दौरान बनियापट्टी के राजन कुमार और राजा सिंह के बीच पुराने विवाद के कारण झगड़ा हुआ। इसी बीच आरोपियों ने राजन के सीने में चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी। घटना से आक्रोशित लोगों ने मुख्य आरोपी राजा सिंह के घर पर हमला कर उसकी गाड़ी (थार और स्कूटी) में आग लगा दी और घर में तोड़फोड़ भी की। अगले दिन शव के साथ मीना बाजार गांधी चौक पर आगजनी, सड़क जाम और प्रदर्शन भी किया गया था ।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई और क्षेत्र में तनाव–
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया। प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया। पुलिस ने कुर्की और गिरफ्तारी के लिए माइकिंग के साथ जोरदार अभियान चलाया, जिससे लगातार दबिश बढ़ती गयी।
निष्कर्ष–
मोतिहारी के भाजपा नेता राजन हत्याकांड में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। अबतक आठ आरोपी जेल के अंदर हैं, एक फरार है जिसपर कुर्की का खतरा मंडरा रहा है। घटना के बाद से क्षेत्र में कड़ा पुलिसिया बंदोबस्त है और जांच तेज़ी से जारी है।
Motihari | BJP Leader Rajan Murder Case: Three Accused Surrender in Court Due to Increasing Police Pressure