रक्सौल | अनिल कुमार|
भूमि पूजन से हुई नयी शुरुआत-
सीमावर्ती शहर रक्सौल के रेलवे जंक्शन को अब विश्व स्तरीय स्वरूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जा चुका है। 1 अगस्त 2025 को, अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत रक्सौल स्टेशन के पुनर्निर्माण कार्य का भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बेतिया के सांसद डॉ. संजय जायसवाल और स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा सहित रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बिल्डिंग का डिजाइन और सुविधाएं-
नये स्टेशन भवन की वास्तुकला नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की भव्यता से प्रेरित होगी। भवन की ऊँचाई इतनी होगी कि रक्सौल ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों से भी इसकी भव्य आकृति साफ नजर आएगी, जिससे यह स्थान पर्यटन के केंद्र के रूप में भी विकसित होगा।
चार मंज़िला बनने जा रहा यह स्टेशन ए–ग्रेड की सभी आधुनिक व अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस होगा। यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव देने के लिए अलग-अलग द्वार, वेटिंग हॉल, साफ-सुथरे प्लेटफ़ॉर्म और अत्याधुनिक यार्ड बनाए जाएंगे। स्टेशन परिसर में एक मॉडर्न रेलवे यार्ड भी बनाया जाएगा, जिससे शहर को प्रदूषण से राहत मिलेगी।
निर्माण, बजट व प्रगति-
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के प्रथम चरण में 54 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। आम बजट 2025-26 में भवन, प्लेटफ़ॉर्म और अन्य यात्री सहूलियतों के लिए कुल मिलाकर 60 से 70 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है[3]। डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार हो चुकी है और ठेकेदार की नियुक्ति के बाद कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
स्थानीय विकास और भारत-नेपाल व्यापार-
इस परियोजना के तहत रक्सौल जंक्शन का कायाकल्प केवल यात्री सुविधाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे भारत–नेपाल सीमा क्षेत्र के व्यापार और आवाजाही को भी बहुत प्रोत्साहन मिलेगा। रेलवे ओवर ब्रिज और दोनों ओर नए प्रवेश द्वार बनाकर नेपाल से आने-जाने वालों की भी सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
राजनीतिक नेतृत्व की भूमिका-
भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान सांसद डॉ. संजय जायसवाल तथा विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने इस परियोजना को रक्सौल के विकास की नई दिशा करार दिया। सांसद ने बताया कि अब केंद्र सरकार द्वारा ओवर ब्रिज निर्माण की संपूर्ण राशि वहन की जाएगी।
रक्सौल जंक्शन जल्द ही विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में पहचान बनाएगा, जो न सिर्फ आधुनिक यात्रा का अनुभव देगा, बल्कि शहर के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी मील का पत्थर साबित होगा।
Motihari | Raxaul Junction to Become a World-Class Station, Inspired by Kathmandu’s Pashupatinath Temple