जितेन्द्र कुमार सिन्हा की रिपोर्ट।
शुभारंभ: 15 मई से शुरू हुआ अध्यात्मिक उत्सव, 22 मई को कीर्तन
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री जंगली महामाया स्थान, एस.के.एम.सी.एच. मंदिर परिसर, रूसुलपुर वाजिद में 15 मई 2025 से 21 मई 2025 तक सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महापुराण का आयोजन शुरू हुआ है। इस सात दिवसीय कथा की पूर्णाहुति के बाद 22 मई 2025 को श्री खाटू श्याम ज्योत कीर्तन का विशेष आयोजन होगा।
इस पावन अवसर पर वृंदावन से आए प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित दाऊ नंदन महाराज ने अपनी मधुर वाणी और गूढ़ ज्ञान से श्रद्धालुओं को श्रीकृष्ण की लीलाओं से सराबोर कर दिया। रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित हो रही इस कथा में हजारों लोग शामिल हो रहे हैं।
भजन संध्या बनी आकर्षण का केंद्र
कथा के साथ-साथ हर दिन होने वाली भजन संध्या भी भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
प्रसिद्ध गायक देवराज मुन्ना, नैना मल्होत्रा, अंजली हंशराज और चंदन प्रजापति ने अपनी गायकी से वातावरण को भक्तिरस में डुबो दिया। जैसे ही देवराज और नैना ने “सजा दो घर को दुल्हन सा” भजन गाया, पूरा पंडाल भक्ति से झूम उठा। वहीं अंजली के “मेरी बीती उमरिया सारी” भजन ने सभी को भावुक कर दिया।
संगीत की धुनों में बही श्रद्धा
वृंदावन से आई संगीतकारों की टीम ने तबला, हारमोनियम, ढोलक और बैंजो के सुरों से माहौल को और भी दिव्य बना दिया।
कार्यक्रम का संचालन अभिनेता रोहित गिरी ने किया, जिनकी सधी हुई वाणी ने मंच को जीवंत बनाए रखा।
22 मई को खाटू श्याम ज्योत कीर्तन का आयोजन
इस सात दिवसीय कथा की पूर्णाहुति के बाद 22 मई 2025 को श्री खाटू श्याम ज्योत कीर्तन का विशेष आयोजन होगा। यह संध्या खाटू श्याम बाबा को समर्पित रहेगी, जिसमें दीप प्रज्वलन, आरती और भजनों के माध्यम से बाबा का गुणगान किया जाएगा।
मंदिर समिति का सराहनीय प्रबंधन
इस भव्य आयोजन की पूरी जिम्मेदारी श्री जंगली महामाया स्थान मंदिर समिति ने संभाली है। समिति के प्रमुख सदस्य शंभु जी के नेतृत्व में व्यवस्था, सुरक्षा, सजावट, जलपान और बैठने जैसी हर छोटी-बड़ी बात पर विशेष ध्यान दिया गया है।
श्रद्धालु शांतिपूर्वक और श्रद्धा के साथ इस आध्यात्मिक कार्यक्रम का आनंद ले रहे हैं।
हर उम्र के लोगों को जोड़ रहा है आयोजन
यह धार्मिक कार्यक्रम न केवल बुजुर्गों के लिए बल्कि युवा और बच्चों के लिए भी एक आध्यात्मिक अनुभव बन गया है। कथा में श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं, रासलीला, गोवर्धन पूजा, सुदामा चरित्र, और भगवत प्रेम की कथाएं सुनाई जा रही हैं, जो लोगों को संस्कृति और धर्म से जोड़ रही हैं।
वीडियो कवरेज और स्मृतियों की सौगात
इस आयोजन का पूरा वीडियो कवरेज “शो विजन मथुरा” द्वारा किया जा रहा है, जो आगे सीडी, यूट्यूब और सोशल मीडिया पर उपलब्ध होगा। इस टीम ने हर भक्ति भरे पल को कैमरे में कैद किया है, जिससे भक्त भविष्य में भी इस अद्भुत अनुभव को दोहरा सकें।
निष्कर्ष: भक्ति, संस्कृति और समाज सेवा का संगम
मुजफ्फरपुर की इस पावन धरती पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा और भजन संध्या ने न सिर्फ धार्मिक चेतना को प्रज्वलित किया, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा, आध्यात्मिक जागृति और सांस्कृतिक एकता का संदेश भी फैलाया।
यह आयोजन एक सच्चे अर्थों में धर्म और संस्कृति की अद्भुत महायात्रा बन गया है।
Muzaffarpur | A Huge Gathering of Devotees at Six-Day Bhagwat Katha and Khatu Shyam Jyot Kirtan at Jangali Mahamaya Sthan