पूर्वी चम्पारण में कोटवा के दीपऊ मोड़ पर हुए भीषण सड़क हादसे में अनियंत्रित ट्रक ने कई बाइक और एक ई-रिक्शा को रौंद दिया, जिसमें कम से कम 5 लोगों की मौत और एक दर्जन के करीब लोग घायल हुए। हादसे के बाद उग्र ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर एनएचएआई की गाड़ी में आग लगा दी और घंटों तक हंगामा किया।

हादसे की पूरी घटना
एनएच-27 पर दोपहर में मचा कोहराम–
कोटवा थाना क्षेत्र स्थित एनएच-27 के दीपऊ मोड़ पर शनिवार दोपहर तेज रफ्तार यूपी नंबर का ट्रक अचानक अनियंत्रित होकर सर्विस लेन की ओर मुड़ गया। ट्रक ने सड़क किनारे तथा आगे बढ़ रहे दोपहिया वाहनों और ई-रिक्शा को अपनी चपेट में लेते हुए कई मीटर तक घसीटा, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
कई बाइकें ट्रक के नीचे फंसी, शव क्षत-विक्षत–
हादसे में कुल सात से अधिक मोटरसाइकिलें और एक ई-रिक्शा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जिनमें से तीन बाइकें ट्रक के नीचे बुरी तरह फंस गईं। टक्कर की तीव्रता इतनी भयावह थी कि कई शव सड़क पर क्षत-विक्षत अवस्था में बिखर गए और देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।
मौत और घायलों की स्थिति-
पांच लोगों की दर्दनाक मौत, कई की हालत नाजुक–
हादसे में कम से कम 5 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि लगभग 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कई की स्थिति नाजुक होने के कारण उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर कर मोतिहारी सदर अस्पताल और अन्य बड़े अस्पतालों में भेजा गया।
मृतकों की पहचान और आधिकारिक पुष्टि
स्थानीय स्तर पर मृतकों की पहचान मो. आतिफ, मो. कैफ, नितेश पटेल, अशोक साह और सितम गुरु उर्फ लोहार गुरु सहित पांच लोगों के रूप में की गई, हालांकि प्रशासनिक स्तर पर आधिकारिक पुष्टि की प्रक्रिया जारी है। परिजनों और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे इलाके में शोक और दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों का आक्रोश और हाईवे जाम
सड़क पर उतरकर न्याय और मुआवजे की मांग
हादसे की खबर फैलते ही आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए और आक्रोश व्यक्त करते हुए एनएच-27 को जाम कर दिया। ग्रामीणों ने ट्रक चालक की तत्काल गिरफ्तारी, मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और गंभीर रूप से घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की मांग की।
पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी–
उग्र भीड़ ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा लापरवाही और कमजोर यातायात प्रबंधन को इस बड़े हादसे के लिए जिम्मेदार बताया। जाम के कारण हाईवे पर दोनों ओर कई किलोमीटर लंबा वाहन जाम लग गया, जिससे आम यात्रियों को भीषण परेशानी का सामना करना पड़ा।[3][4][5]
एनएचएआई की गाड़ी में आगजनी-
हाईवे पेट्रोलिंग वाहन को बनाया निशाना
स्थिति तब और बिगड़ गई जब गुस्साए लोगों ने एनएचएआई की हाईवे पेट्रोलिंग गाड़ी पर हमला कर तोड़फोड़ की और बाद में उसमें आग लगा दी। थोड़ी ही देर में वाहन आग की लपटों से घिर गया और उठता काला धुआं दूर-दूर तक दिखाई देने लगा, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया।
फायर ब्रिगेड की तैनाती और भीड़ नियंत्रित करने की कोशिश–
सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक वाहन पूरी तरह से जलकर खाक हो चुका था। पुलिस बल ने कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन उग्र भीड़ के कारण स्थिति नियंत्रित करने में काफी कठिनाई हुई और अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा।
प्रशासनिक सक्रियता और शांति बहाली-
वरिष्ठ अफसर मौके पर, लोगों से शांति की अपील
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को सरकारी प्रावधानों के तहत मुआवजा दिलाने और घायलों के इलाज में कोई कमी न रहने का आश्वासन दिया।
कई घंटों बाद खुला हाईवे, निगरानी तेज–
लगभग चार घंटे तक चले जाम और हंगामे के बाद बातचीत और समझाइश के जरिए सड़क से भीड़ को हटाया गया और हाईवे पर यातायात धीरे-धीरे बहाल हुआ। फिलहाल घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।[3][4]
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल-
तेज रफ्तार और अव्यवस्थित कट बने खतरा
दीपऊ मोड़ पर हुए इस हादसे ने एक बार फिर तेज रफ्तार वाहनों, अवैध या असुरक्षित कट और कमजोर ट्रैफिक नियंत्रण व्यवस्था की पोल खोल दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जगह पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन स्थायी समाधान के लिए न तो स्पीड कंट्रोल की व्यवस्था की गई और न ही संरचनात्मक सुधार किए गए।[10][4]
ग्रामीणों की मांग: ओवरब्रिज, स्पीड कंट्रोल और कड़ा प्रवर्तन
ग्रामीणों ने मांग की है कि दीपऊ मोड़ और आसपास के हिस्से पर ओवरब्रिज, स्पीड ब्रेकर, चेतावनी संकेतक, सर्विस लेन पर सुरक्षा बैरियर और नियमित हाईवे पेट्रोलिंग जैसी ठोस व्यवस्था की जाए। लोगों का कहना है कि जब तक हाईवे पर गति नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन सख्त नहीं होगा, तब तक ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोकना मुश्किल रहेगा।
Motihari | Uncontrolled Truck Unleashes Havoc in Kotwa, Motihari
Truck Crushes Seven Bikes and an E-Rickshaw
An uncontrolled and speeding truck caused a tragic accident in Kotwa, Motihari. The vehicle crushed seven motorcycles and an e-rickshaw, resulting in a devastating loss of life.
Five Dead, Over 12 Seriously Injured
The road accident led to the deaths of five people, with more than 12 others sustaining serious injuries. The injured have been rushed to a nearby hospital, and their condition is reported to be critical.
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