कुछ साल पहले तक भारत में ग्राहक गाड़ी खरीदते समय माइलेज और कीमत पर अधिक ध्यान देते थे, लेकिन अब सुरक्षा भी एक बड़ी प्राथमिकता बन चुकी है। ग्लोबल NCAP जैसे प्लेटफॉर्म ने भारतीय कारों के क्रैश टेस्ट रेटिंग जारी करके उपभोक्ताओं को जागरूक किया है।
टाटा और महिंद्रा जैसी घरेलू कंपनियों ने सुरक्षा के मामले में बड़ी प्रगति की है। टाटा नेक्सन, पंच, अल्ट्रोज़ और महिंद्रा XUV700 जैसी गाड़ियों को 5-स्टार रेटिंग मिली है। इससे साबित होता है कि भारतीय कंपनियां अब वैश्विक मानकों का पालन कर रही हैं।
एयरबैग, ABS, EBD, ESP, 360° कैमरा, ADAS और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे फीचर्स अब किफायती कारों में भी मिलने लगे हैं। सरकार ने भी छह एयरबैग अनिवार्य करने का प्रस्ताव दिया है, जिससे सड़कों पर सुरक्षा और बढ़ेगी।
सुरक्षा सिर्फ फीचर्स से नहीं बल्कि बिल्ड क्वालिटी से भी तय होती है। मजबूत स्टील, बेहतर डिजाइन और इंजीनियरिंग दुर्घटना के दौरान जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आज ग्राहकों में जागरूकता बढ़ चुकी है और वे सुरक्षित कारों के लिए थोड़ा अतिरिक्त खर्च करने को भी तैयार हैं। आने वाले समय में सुरक्षा भारतीय कार बाजार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में शामिल होगी।












