SHABD,शेखपुरा, October 24,
ग्रामीण महिलाएं छठ पर्व के लिए मिट्टी के चूल्हे का निर्माण कर रही हैं। लोकगीतों से माहौल भक्तिमय, पूजा में शुद्धता और खाली पेट रहकर समर्पण।
24 अक्टूबर, शेखपुरा (शेखपुरा , बिहार) :
ग्रामीण क्षेत्रों में छठ पर्व की तैयारी ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया है। इस दौरान महिलाएं परंपरागत मिट्टी के चूल्हे का निर्माण कर रही हैं, जिन्हें श्रद्धालु शुद्ध मानते हैं।
छठ पर्व में शुद्धता का विशेष ख्याल रखा जाता है। इसी वजह से परंपरागत बाजार में मिलने वाले लोहे के चूल्हे की बजाय महिलाएं अपने हाथों से मिट्टी के चूल्हे का निर्माण करती हैं। महिलाएं हर रोज स्नान कर शुद्धता के साथ चूल्हे का अंतिम रूप देती हैं।
चूल्हा निर्माण के दौरान परंपरागत छठी मईया के लोकगीतों से पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है। महिलाएं बताती हैं कि छठ पर्व में घरों की सफाई, शाकाहारी भोजन और लहसुन-प्याज का वर्जन विशेष रूप से किया जाता है।
महिलाओं ने कहा कि इस पर्व का उद्देश्य सुख-शांति, धन, संपत्ति, बच्चों की भलाई, नौकरी-पेशा और घर की समृद्धि की कामना करना है। छठ पर्व में निर्माण कार्य को खाली पेट रहकर करना और शुद्धता बनाए रखना परंपरा का हिस्सा है।
पूरे ग्रामीण क्षेत्र में इस तैयारी और श्रद्धा ने छठ पर्व का माहौल भक्तिमय कर दिया है।
इस स्टोरी फोल्डर में :
कारी देवी–श्रद्धालु
फूलमंती देवी–श्रद्धलु महिला
Caption :
ग्रामीण महिलाएं छठ पर्व के लिए मिट्टी के चूल्हे का निर्माण कर रही हैं। लोकगीतों से माहौल भक्तिमय, पूजा में शुद्धता और खाली पेट रहकर समर्पण।
Women engaged in making traditional earthen stoves for Chhath Puja, watch the video on how the natural clay stove is made.SHABD,शेखपुरा, October 24,












