जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 03 नवम्बर ::
स्प्लिंटिंग विज्ञान और कला का सुंदर संगम — डॉ दीपक गंजीवाले–
पटना के विकलांग भवन अस्पताल स्थित बिहार कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एंड ऑक्यूपेशनल थेरेपी के सभागार में विश्व ऑक्यूपेशनल थेरेपी दिवस और विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अहमदाबाद के विशेषज्ञ डॉ दीपक गंजीवाले ने कहा कि स्प्लिंटिंग केवल किसी अंग को सहारा देने की तकनीक नहीं, बल्कि यह शरीर रचना, जैव–यांत्रिकी और नैदानिक निर्णय का संतुलित समावेश है, जिसका उद्देश्य रोगी की कार्यक्षमता बढ़ाना और पुनर्वास को प्रोत्साहित करना होता है।

थीम आधारित आयोजन में छात्र–छात्राओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा–
इस वर्ष फिजियोथेरेपी दिवस का थीम “Healthy Ageing” तथा ऑक्यूपेशनल थेरेपी दिवस का थीम “Occupational Therapy in Action” रखा गया। दोनों कार्यशालाएँ विकलांग भवन अस्पताल में आयोजित हुईं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ विभागाध्यक्ष डॉ किशोर कुमार, डॉ प्रियदर्शी आलोक, डॉ मनोज कुमार, डॉ दीपक गंजीवाले, डॉ अमृत विश्वास समेत वरिष्ठ चिकित्सकों ने किया।
समर्पण और ईमानदारी ही सफलता की कुंजी — डॉ किशोर कुमार–
स्वागत भाषण में विभागाध्यक्ष सह नियंत्रण अधिकारी डॉ किशोर कुमार ने दोनों विधाओं के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और छात्रों को विषम परिस्थितियों से जूझते हुए ईमानदारी व सेवा भाव के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी।
स्प्लिंट का प्रयोग चोट, फ्रैक्चर व सर्जरी के बाद लाभदायक — डॉ प्रियदर्शी आलोक
ऑक्यूपेशनल थेरेपी विभागाध्यक्ष डॉ प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि स्प्लिंट फ्रैक्चर, चोट या सर्जरी के बाद हड्डियों व जोड़ों को स्थिर रखने तथा दर्द से राहत प्रदान करने में अत्यंत उपयोगी होता है। यह घायल अंग को सहारा देने के साथ शरीर को सुरक्षित रखता है और दर्द को नियंत्रित करता है।
काइनेसियो टेपिंग मांसपेशी उपचार में कारगर तकनीक — डॉ मनोज कुमार
फिजियोथेरेपी विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने कहा कि फिजियोथेरेपिस्टों को “डॉ” का दर्जा मिलना गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि Kinesio Taping शरीर की क्षतिग्रस्त मांसपेशियों को आराम देने, सूजन व जकड़न कम करने और दर्द से राहत दिलाने में बेहद असरदार है।
डॉ अमृत विश्वास ने दी प्रायोगिक जानकारी–
पहले सत्र में दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) से आए फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अमृत विश्वास ने “Kinesio Sports Taping” विषय पर कार्यशाला ली। उन्होंने प्रैक्टिकल डेमो के माध्यम से विद्यार्थियों और चिकित्सकों को बताया कि यह तकनीक न केवल दर्द और सूजन को कम करती है, बल्कि मांसपेशी की कार्यक्षमता भी तेजी से बहाल करती है।
मीडिया कर्मियों को सम्मानित किया गया–
इस अवसर पर डॉ किशोर कुमार और डॉ दीपक गंजीवाले ने मीडिया प्रभारी श्री जितेन्द्र कुमार सिन्हा को पुष्पगुच्छ एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया। वहीं डॉ ए.के. जायसवाल और डॉ दीपक गंजीवाले ने पत्रकार सुरेन्द्र कुमार रंजन को भी सम्मानित किया।
कम लागत में स्प्लिंटिंग का विकल्प — डॉ दीपक गंजीवाले
द्वितीय सत्र में डॉ दीपक गंजीवाले ने “Low Cost Wire Splinting” पर कार्यशाला ली। उन्होंने कम खर्च में घरेलू वस्तुओं से स्प्लिंट तैयार करने की विधि प्रदर्शित की। उनका कहना था कि थर्मोकोल, एल्यूमिनियम शीट, पीवीसी पाइप या कार्डबोर्ड से भी उपयोगी स्प्लिंट तैयार किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा, “स्प्लिंट की कीमत नहीं, उसका प्रभाव महत्त्वपूर्ण होता है — यदि सस्ता स्प्लिंट किसी व्यक्ति को स्वतंत्र रूप से चलने या काम करने में मदद करता है, तो वही हमारे पेशे की सफलता है।”
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन से हुआ–
अंत में शैक्षणिक प्रभारी डॉ अभय कुमार जायसवाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस कार्यशाला ने चिकित्सकों और छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया। उन्होंने सभी वक्ताओं, विद्यार्थियों व आयोजन समिति को धन्यवाद दिया।
सफल संचालन और सहयोग–
कार्यक्रम का संचालन डॉ इमरान हुसैन और डॉ नोमान परवेज ने संयुक्त रूप से किया। आयोजन को सफल बनाने में डॉ प्रियदर्शी आलोक, डॉ मनोज कुमार, डॉ उदय कुमार, डॉ आर.सी. विद्यार्थी, डॉ उमेश कुमार समेत कॉलेज के छात्र-छात्राओं का सराहनीय योगदान रहा।
Patna Kinesio Taping: A Boon for the Treatment of Damaged Muscles — Dr. Amrit Biswas
Patna Kinesio Taping Boon for Treatment of Damaged Muscles












