जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 15 सितम्बर ::
सड़क और कनेक्टिविटी पर नीतीश के विकास कार्य-
पिछले दो दशकों में नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार के सड़क नेटवर्क में उल्लेखनीय विस्तार किया है। राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 3,629 किमी से बढ़कर 6,147 किमी हो गई, जबकि बड़े जिला मार्ग 8,457 किमी से दोगुना होकर 16,296 किमी तक पहुँच गए। इस कदम से ग्रामीण-शहरी संपर्क बढ़ा, कृषि विपणन को सहूलियत मिली और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिली।

गंगा जल लिफ्ट प्रोजेक्ट और जल आपूर्ति योजनाएँ-
‘गंगा जल लिफ्ट प्रोजेक्ट’ जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाएँ, गया, राजगीर और नवादा जैसे शहरों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में बड़ी पहल साबित हुई हैं। इससे नागरिकों को न केवल जल संकट से राहत मिली बल्कि शहरी जीवन स्तर में भी सुधार आया।
शहरी बुनियादी ढाँचे का विस्तार-
2025 की शुरुआत में नीतीश कुमार ने ₹1,002 करोड़ से अधिक की शहरी परियोजनाओं की नींव रखी। इनमें सड़कों के चौड़ीकरण, ड्रेनेज सुधार, पार्कों का निर्माण और तालाबों के पुनरुद्धार जैसे काम शामिल हैं।
3 सितम्बर 2025 को गया में ₹900 करोड़ की 10 परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जिनमें फ्लाइ ओवर, सड़क विस्तार, जल चैनल और शैक्षणिक संस्थान प्रमुख हैं।
महिला सशक्तीकरण और सामाजिक कल्याण–
सरकार ने अंगनवाड़ी सेविकाओं का मानदेय बढ़ाकर ₹9,000 प्रतिमाह और सहायिकाओं का ₹4,500 प्रतिमाह कर दिया है, जो 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा। साथ ही, ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत महिलाओं को ₹10,000 की प्रारंभिक सहायता और मध्यम अवधि में ₹2 लाख तक का सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा। यह योजना महिलाओं को स्वरोजगार और वित्तीय सशक्तिकरण देने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था और मत्स्य पालन-
गांवों में आर्थिक प्रगति के लिए फिश फीड मिलों को विद्युत सब्सिडी दी जा रही है। इसका उद्देश्य रोजगार बढ़ाना और ग्रामीण आजीविका को स्थायी बनाना है।
राजनीतिक समीकरण और सीट साझेदारी-
वर्तमान विधानसभा में NDA के पास कुल 131 सदस्य हैं — BJP के पास 80, JD(U) के 45, HAM(S) के 4 और 2 निर्दलीय समर्थन में हैं। सीट बंटवारे का प्रारूप लगभग तय है, जिसमें अनुमानतः JD(U) को 102, BJP को 101, LJP को 20 और HAM(S) व RLM को 10-10 सीटें देने पर सहमति बन रही है।
ओपिनियन पोल और चुनावी परिदृश्य-
Times Now JVC के ओपिनियन पोल के मुताबिक, NDA को कुल 136 सीटें मिल सकती हैं। इस आकलन में संभावना है कि JD(U) को 29-31 सीटें हासिल होंगी। हालांकि BJP व अन्य सहयोगी दलों के प्रदर्शन से यह जोड़ मजबूत हो सकता है।
विकास का एजेंडा और जनता में विश्वास-
नीतीश कुमार 2025 के चुनाव में अपनी उपलब्धियों को सामने रखते हुए मैदान में उतरे हैं। चाहे सड़क और पुल निर्माण, जल आपूर्ति परियोजना, शहरी विकास, महिला कल्याण योजनाएँ या ग्रामीण आर्थिक सुदृढ़ता, सभी को जनता तक सही तरीके से पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि नीतीश और मोदी की जोड़ी ‘तेजी से विकास’ का एजेंडा पेश कर जनता के बीच ‘फिर से वापसी’ का माहौल बनाने की कोशिश में है।
Patna | Elections 2025: Nitish Kumar’s Hopes for a Comeback in Bihar