Motihari | Raxaul| अनिल कुमार|
काठमांडू में बवाल, सुरक्षाबल तैनात-
नेपाल सरकार द्वारा 26 प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अस्थायी प्रतिबंध लगाए जाने के बाद राजधानी काठमांडू में विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो उठा। प्रदर्शनकारियों ने फैसले को तानाशाही करार देते हुए विरोध जताया। हालात नियंत्रित करने के लिए नेपाल प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षाबल की तैनाती की है।
कौन-कौन से प्लेटफॉर्म्स पर लगी रोक-
प्रतिबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर, लिंक्डइन, सिग्नल और स्नैपचैट समेत कुल 26 सेवाएं शामिल हैं।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन सेवाओं का उपयोग केवल पंजीकृत खातों से ही किया जा सकेगा। बिना रजिस्ट्रेशन वाले अकाउंट्स बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट-
नेपाल की राजधानी से उपजे विरोध का असर सीमावर्ती इलाकों में भी दिखने लगा है। बीरगंज में आंदोलन की सूचना मिलने पर भारतीय क्षेत्र रक्सौल समेत आसपास की सीमा चौकियों पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
एसएसबी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है और निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
व्यापार पर पड़ा सीधा असर-
रक्सौल के व्यापारी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि नेपाल के व्यापारियों के साथ उनका संपर्क ज्यादातर व्हाट्सएप से होता था। ऑर्डर से लेकर भुगतान तक की चर्चा सोशल मीडिया के जरिये होती थी। अब यह पूरी तरह ठप हो गई है।
पारिवारिक रिश्तों पर भी असर-
स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों का कहना है कि भारत-नेपाल का रिश्ता केवल व्यापार का नहीं है, बल्कि “बेटी-रोटी” का भी है। दोनों देशों में परिवारों के बीच विवाह और रिश्ते होते हैं, जिनका संवाद अब बाधित हो गया है।
स्थिति और गंभीर होने की आशंका-
नेपाल में तेज हो रहे विरोध और सीमा क्षेत्र पर बढ़ती सतर्कता को देखते हुए हालात और जटिल हो सकते हैं। सीमा क्षेत्र के व्यापारियों और आम नागरिकों ने नेपाल सरकार से अपील की है कि वह इस प्रतिबंध पर पुनर्विचार करे।
Motihari | Raxaul | Violence in Kathmandu After Social Media Ban in Nepal, Security Tightened on India-Nepal Border