Indo-Nepal Border top News|Motihari| Raxaul| अनिल कुमार|
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल पर रविवार देर शाम उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जब सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 47वीं बटालियन के जवानों ने पैदल यात्री फुटपाथ पर एक नया पोस्ट निर्माण शुरू कर दिया।

यह क्षेत्र भारत के लैंड कस्टम परिसर में आता है।
निर्माण कार्य की सूचना मिलते ही कस्टम अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर विरोध- जताया और इसे अवैध बताया। कस्टम अधिकारियों का कहना है कि लैंड कस्टम क्षेत्र में बिना अनुमति किसी अन्य एजेंसी को न तो निर्माण की इजाजत है और न ही स्थायी रूप से तैनात होने का अधिकार।
इस विवाद के बीच बड़ी संख्या में एसएसबी जवान हथियारों के साथ पहुंचे और स्थल की घेराबंदी कर निर्माण कार्य जारी रखा। इसके कुछ ही देर बाद नेपाल सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के परसा जिले के डीएसपी लोकेंद्र बहादुर सुब्बा भी मौके पर पहुंचे और भारत की ओर से किए जा रहे निर्माण को ‘नो मेंस लैंड’ में अतिक्रमण बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया।
मुख्य बिंदु:
- एसएसबी द्वारा पोस्ट निर्माण शुरू किए जाने पर विवाद
- कस्टम अधिकारियों ने बताया अवैध निर्माण
- नेपाल के अधिकारियों ने जताया विरोध
- तनावपूर्ण स्थिति, समाधान की कोशिशें जारी
क्या है मामला?
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मैत्री पुल के पैदल यात्री फुटपाथ पर रविवार देर शाम उस समय विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जब सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 47वीं बटालियन के जवानों ने नए पोस्ट निर्माण का कार्य आरंभ कर दिया। यह स्थान भारत के लैंड कस्टम एरिया में स्थित है।
कस्टम अधिकारियों की आपत्ति
- कस्टम अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर इस निर्माण को अवैध बताया।
- कहा गया कि लैंड कस्टम क्षेत्र में किसी अन्य एजेंसी को बिना अनुमति निर्माण या तैनाती का अधिकार नहीं है।
- इस कार्य को तुरंत रोकने का निर्देश दिया गया।

स्थिति बनी तनावपूर्ण
- भारी संख्या में एसएसबी जवान हथियारों के साथ पहुंचे और घेराबंदी कर निर्माण शुरू कर दिया।
- विवाद और बढ़ा जब नेपाल सशस्त्र प्रहरी बल (APF) के डीएसपी लोकेंद्र बहादुर सुब्बा मौके पर पहुंचे और इस निर्माण का विरोध किया।
- नेपाल की ओर से इसे भारत-नेपाल मैत्री संबंधों का उल्लंघन बताया गया।
वही एसएसबी 47 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट दिव्यांशु चौहान ने बताया–
भारत नेपाल सीमा की सुरक्षा को लेकर 15 किलोमीटर के दायरा आता है। सीमा की सुरक्षा को लेकर अस्थाई पोस्ट का निर्माण कराया जा रहा है।
कस्टम आयुक्त मोहन कुमार मीणा ने बताया–
कस्टम एरिया में एसएसबी के द्वारा किये जा रहे अवैध निर्माण को लेकर पूर्वी चंपारण के डीएम व एसपी को घटना की सूचना की गयी है।
चर्चा से समाधान की कोशिश
- मौके पर मौजूद एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट दिव्यांशु चौहान, नेपाल के डीएसपी और कस्टम अधिकारियों के बीच लंबी बातचीत हुई।
- कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका।
- कस्टम विभाग ने हरैया थाना को सूचना दी और अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने हेतु आवेदन भी किया।
पुराना विवाद फिर उभरा
- 10 मार्च 2024 को तत्कालीन एसएसबी आईजी पंकज दरार के आदेश पर यहां का अस्थायी पोस्ट हटाया गया था।
- तब समाधान स्वरूप सिर्फ दो महिला कांस्टेबल को हेल्प डेस्क के रूप में तैनात किया गया था।
- अब दोबारा पोस्ट निर्माण शुरू होने से मामला फिर से तूल पकड़ गया है।
फिलहाल की स्थिति
- सीमा पर तनावपूर्ण माहौल है।
- दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के बीच बातचीत का दौर जारी है।
- उच्च स्तर पर इस मुद्दे के राजनयिक समाधान की कोशिश की जा रही है।
तस्वीरें व वीडियो उपलब्ध:
भारत-नेपाल मैत्री पुल पर निर्माण स्थल और मौजूद सुरक्षा बलों की गतिविधियाँ।
Motihari | Raxaul| Dispute Over SSB Post Construction at Indo-Nepal Friendship Bridge, Tension at Border
Nepali officials object; Indian Customs term construction illegal