रक्सौल में आर्ट ऑफ लिविंग के पाँच दिवसीय हैप्पीनेस प्रोग्राम के समापन पर दी गयी जानकारी।
प्रतिभागियों ने सीखी सुदर्शन क्रिया, किया योग और ध्यान भी।
रक्सौल। अनिल कुमार।
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का बिहार दौरा 7 मार्च को औरंगाबाद से शुरू होकर 10 मार्च को बोधगया में संपन्न होगा। इस क्रम में वे पटना, पूर्णिया, खगड़िया, भागलपुर और मुंगेर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इस दौरान सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेष, जो तमिलनाडु के अग्निहोत्र ब्राह्मण सीताराम शास्त्री द्वारा पीढ़ियों से संरक्षित किए गए हैं, उनकी प्रतिस्थापना श्री श्री रविशंकर पटना से करेंगे।
रक्सौल स्थित मारवाड़ी पंचायती मंदिर में आर्ट ऑफ लिविंग के पाँच दिवसीय हैप्पीनेस प्रोग्राम का मंगलवार को समापन के दौरान उक्त जानकारी दी गयी।
आर्ट ऑफ लिविंग के पाँच दिवसीय हैप्पीनेस प्रोग्राम का मंगलवार को समापन हुआ। इस कार्यशाला में नगर के 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया और सुदर्शन क्रिया, योग, ध्यान, विभिन्न व्यायाम और जीवन जीने की कला के बारे में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया।
यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर जी के मार्गदर्शन में पूरे भारत और अन्य देशों में आयोजित किया जाता है। इस वर्ष दूसरी बार यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें आर्ट ऑफ लिविंग, बेंगलुरु से विशेष रूप से प्रशिक्षित चंदेश्वर प्रसाद शाह ने प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दिया।
हैप्पीनेस प्रोग्राम से मानसिक शांति और ऊर्जा में वृद्धि
प्रशिक्षक चंदेश्वर प्रसाद शाह ने बताया कि हैप्पीनेस प्रोग्राम से तनाव और चिंता से मुक्ति, ऊर्जा स्तर में वृद्धि और मन पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इस कार्यक्रम की आधारशिला सुदर्शन क्रिया है, जो स्वाभाविक श्वास प्रक्रिया के माध्यम से मन, शरीर और भावनाओं के बीच संतुलन स्थापित करती है। यह तनाव, क्रोध, थकान और अवसाद को दूर कर मन को शांत, एकाग्र और ऊर्जावान बनाए रखती है।
Spiritual Guru Sri Sri Ravi Shankar to Visit Several Districts of Bihar, Somnath Jyotirlinga Relic to be Unveiled in Patna. photo– देश वाणी।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर बिहार दौरे पर
चंदेश्वर प्रसाद शाह ने बताया कि गुरुदेव श्री श्री रविशंकर 6 मार्च से 10 मार्च तक बिहार के ऐतिहासिक दौरे पर रहेंगे। इस दौरान:
- 7 मार्च को औरंगाबाद में ग्रामोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा।
- पटना में भव्य महासत्संग होगा, जिसमें लोग ध्यान, ज्ञान और भक्ति का अनुभव करेंगे।
- पहली बार सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के 1000 वर्षों पुराने अवशेषों का अनावरण होगा।
- बिहार सरकार के सहयोग से 1000 कलाकार मैथिली लोक नृत्य झिझिया की प्रस्तुति देंगे और रिकॉर्ड बनाएंगे।
महासत्संग में भाग लेने की अपील
उन्होंने शहरवासियों से पटना में आयोजित महासत्संग में शामिल होने और अपने जीवन को एक नया आयाम देने की अपील की।
सत्संग के साथ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में चंद्रमोहन प्रसाद, अरविंद जायसवाल, रजनीश प्रियदर्शी, हेमंत अग्रवाल सहित कई लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का बिहार दौरा: 7 मार्च को औरंगाबाद से 10 मार्च को बोधगया तक
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेष का पटना में अनावरण, झिझिया लोकनृत्य की होगी विशेष प्रस्तुति
पटना। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का बिहार दौरा 7 मार्च को औरंगाबाद से शुरू होकर 10 मार्च को बोधगया में संपन्न होगा। इस दौरान वे पटना, पूर्णिया, खगड़िया, भागलपुर और मुंगेर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
पटना में होगा सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेष का अनावरण
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के अवशेष, जो तमिलनाडु के अग्निहोत्र ब्राह्मण सीताराम शास्त्री द्वारा पीढ़ियों से संरक्षित किए गए हैं, उनकी प्रतिस्थापना श्री श्री रविशंकर पटना से करेंगे। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने का अवसर बिहारवासियों को पहली बार मिलेगा।
गांधी मैदान में भव्य सांस्कृतिक आयोजन
7 मार्च को पटना के गांधी मैदान में आयोजित महासत्संग के दौरान 1001 छात्राओं द्वारा मैथिली लोकनृत्य झिझिया की विशेष प्रस्तुति होगी, जिसका संचालन और समन्वयन निनाद संगठन करेगा। इस भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए 25,000 वर्ग फुट का मंच तैयार किया जा रहा है।
विभिन्न विभागों का सहयोग, वीआईपी आमंत्रण
इस कार्यक्रम को राज्य के कला, संस्कृति व युवा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, मद्य निषेध विभाग और पटना नगर निगम का सहयोग प्राप्त हो रहा है। आध्यात्मिक सत्संग समिति इस आयोजन में सक्रिय भूमिका निभा रही है। समिति के पदाधिकारियों के अनुसार , गांधी मैदान में लोग गेट संख्या 5, 7 और 8 से प्रवेश कर सकेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है।
आध्यात्मिक गुरु का बिहार दौरा – प्रमुख कार्यक्रम
- 7 मार्च: सुबह औरंगाबाद, शाम पटना
- 8 मार्च: शाम पूर्णिया
- 9 मार्च: सुबह खगड़िया, शाम भागलपुर
- 10 मार्च: सुबह मुंगेर, शाम बोधगया
आर्ट ऑफ लिविंग के आयोजकों के अनुसार यह यात्रा बिहार में आध्यात्मिकता और संस्कृति के संगम का अनूठा अवसर होगी।