Motihari |रक्सौल|अनिल कुमार|
रक्सौल प्रखंड के नोनियाडीह पंचायत अंतर्गत महदेवा गांव में रविवार की देर रात अज्ञात हथियारबंद डकैतों ने पत्रकार संजय सिंह के घर पर धावा बोलकर सनसनीखेज डकैती को अंजाम दिया।
स्वर्गीय राजेश्वर सिंह के पुत्र संजय सिंह के घर का मुख्य दरवाज़ा तोड़कर अपराधी भीतर घुसे और परिवार के सभी सदस्यों को बंधक बनाकर कीमती सामान और नकद लूट ले गए।
अचानक हुई इस घटना से पूरा गांव दहशत और सदमे में है, लोगों के बीच भय के साथ-साथ पुलिस–प्रशासन के प्रति नाराज़गी भी साफ दिख रही है।
कैसे दी गई लूट की स्क्रिप्ट को अंजाम
अपराधियों ने पहले से तय योजना के तहत घर का मुख्य दरवाज़ा तोड़कर प्रवेश किया और अंदर मौजूद सभी लोगों को अपने कब्जे में कर लिया। परिवार को हथियार के दम पर चुप रहने के लिए मजबूर करते हुए उन्होंने एक–एक कर अलमारी और कमरे खंगाले और नकदी व जेवरात समेटकर फरार हो गए।
पूरे घटनाक्रम के दौरान घर के सदस्य घबराहट और डर के माहौल में कुछ भी करने की स्थिति में नहीं थे, जिससे चोरों को बिना विरोध के वारदात को अंजाम देने का मौका मिल गया।
प्राथमिकी दर्ज, पुलिस जांच तेज
पीड़ित परिवार के घरेलू सहायक रोहित साहू, जो बेगूसराय जिले के मेहदासहपुर चिरैया गांव के निवासी हैं, के आवेदन पर रक्सौल थाना कांड संख्या 496/25 दर्ज कर ली गई है।
थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने मामले को अत्यंत गंभीर श्रेणी की वारदात बताते हुए कहा है कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें अलग–अलग संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं।
बड़े अफसरों का रातों–रात दौरा
घटना की सूचना मिलते ही चम्पारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय, मोतिहारी एसपी प्रभारी विनय तिवारी तथा एसडीपीओ मनीष आनंद भारी पुलिस बल के साथ रातों–रात महदेवा पहुंचे।
अधिकारियों ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया, पीड़ित परिवार से बातचीत कर पूरी जानकारी ली और आसपास के घरों, गलियों व संभावित भागने के रास्तों की भी जांच की।
तकनीकी साक्ष्यों और संदिग्धों पर फोकस
जांच एजेंसियां आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, घटना से पहले और बाद की संदिग्ध गतिविधियों तथा क्षेत्र के आपराधिक इतिहास वाले लोगों की सूची के आधार पर सुराग जुटा रही हैं।
एसडीपीओ मनीष आनंद के अनुसार, डॉग स्क्वॉड की मदद से छानबीन की गई है और पूरे मामले की त्वरित पड़ताल के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर दिया गया है, ताकि जल्द से जल्द अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी हो सके।
गांव में गुस्सा और सुरक्षा को लेकर सवाल
वारदात के बाद महदेवा गांव सहित आसपास के इलाकों के लोगों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी क्षेत्र में गंभीर डकैती की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उसके बाद भी रात में प्रभावी गश्त और ठोस सुरक्षा इंतज़ाम नहीं हो सके।
ग्रामीणों ने इस बात पर विशेष नाराज़गी जताई कि गांव से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर एसएसबी कैंप होने के बावजूद समय पर कोई मदद नहीं मिल पाई, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ दिखता है।
पुलिस–एसएसबी समन्वय पर उठे सवाल
ग्रामीण विभव सिंह, संदीप सिंह और अजय सिंह सहित कई लोगों का मानना है कि यदि एसएसबी की सक्रिय पहल और पुलिस के साथ बेहतर तालमेल होता, तो महदेवा और सहदेवा क्षेत्र में दोबारा डकैती की नौबत नहीं आती।
लोगों की मांग है कि पुलिस और एसएसबी के बीच नियमित समन्वय बैठकें हों, रात्रि गश्त बढ़ाई जाए और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की जाए, ताकि बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर प्रभावी रोक लग सके।
प्रशासन का दावा: जल्द होगा खुलासा
एसडीपीओ मनीष आनंद ने आश्वासन दिया है कि एसआईटी और डॉग स्क्वॉड की रिपोर्ट के आधार पर जांच तेज कर दी गई है और जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
पुलिस–प्रशासन का कहना है कि इस तरह की भयावह वारदात को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि क्षेत्र में फिर से आम लोगों का भरोसा बहाल हो सके।
Motihari Raxaul Sensation Again in Mahdeva Journalist’s House Robbed, Entire Family Held Hostage, Police and Administration in Alert Mode












