Motihari | रक्सौल|अनिल कुमार|
स्थापना दिवस पर विशेष आयोजन और महानिदेशक का संदेश
रक्सौल में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 47वीं वाहिनी द्वारा बल का 62वां स्थापना दिवस-
हर्षोल्लास और गौरव के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी सह कार्यवाहक कमांडेंट संजय रावत द्वारा की गई। उन्होंने इस विशेष अवसर पर एसएसबी के महानिदेशक का आधिकारिक संदेश पढ़कर सुनाया, जिसमें बल के जवानों के समर्पण और देश सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया था।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बिखेरी देशभक्ति की छटा-
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ। इसमें वाहिनी के जवानों और नृत्यांगना डांस एकेडमी के नन्हे कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति और देशभक्ति पर आधारित मनमोहक नृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम में बल के कार्मिकों के साथ-साथ उनके परिजनों और संदीक्षा सदस्यों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
साहस और उत्कृष्ट सेवा के लिए जवानों का सम्मान-
समारोह के दौरान उन कार्मिकों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने कर्तव्यों के निर्वहन में असाधारण साहस, कड़ी मेहनत और समर्पण दिखाया है। कार्यवाहक कमांडेंट ने जवानों को प्रशंसा-पत्र प्रदान किए। साथ ही, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले बच्चों और प्रतिभागियों को भी पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। यह सम्मान जवानों के मनोबल को बढ़ाने और उनकी विशिष्ट सेवाओं को मान्यता देने के उद्देश्य से दिया गया।
परंपरागत ‘बड़े खाने’ के साथ कार्यक्रम का समापन-
एसएसबी की गौरवशाली परंपरा को निभाते हुए कार्यक्रम के अंत में ‘बड़े खाने’ का आयोजन किया गया। इस सामूहिक भोज में अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों और जवानों ने एक साथ बैठकर भोजन किया, जो बल के भीतर आपसी भाईचारे और एकता का प्रतीक है। इस अवसर पर वाहिनी के सभी वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में बल के जवान उपस्थित रहे, जिससे पूरा वातावरण उत्सवमय और गरिमापूर्ण बना रहा।












