मोतिहारी। रविवार की सुबह नेपाल ने 2.60 लाख क्यूसेक और वाल्मीकिनगर गंडक बराज ने 5.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है। इससे पूर्वी और पश्चिमी चम्पारण में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। जिला प्रशासन भी बाढ़ की आशंका को लेकर सतर्क है।
अरेराज अनुमंडल के गंडक नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने अरेराज अंचल के संग्रामपुर, पुछरिया घाट, मंगलापुर ढाला, मननपुर, नवादा, सरेया आदि स्थानों का संयुक्त निरीक्षण किया।
इस दौरान अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा माइकिंग और अन्य माध्यमों से स्थानीय लोगों को संभावित बाढ़ के प्रति जागरूक किया गया।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को तटबंध पर बने रेन कट, रैट होल, फॉक्स होल की मरम्मत तुरंत करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा तटबंध की निगरानी के लिए प्रत्येक किलोमीटर पर तैनात प्रहरियों की सूची साझा करने और वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़े गए पानी की लगातार निगरानी रखने की भी हिदायत दी गई।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी ने उनसे इस आपदा के समय सहयोग की अपील की और उनसे स्थानीय स्वयंसेवियों की सूची प्रशासन को उपलब्ध कराने की भी मांग की।