1. रक्सौल में भव्य लोकार्पण समारोह
रक्सौल | अनिल कुमार
महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जयंती के अवसर पर बीते बुधवार को केसीटीसी कॉलेज, रक्सौल के सभागार में आयोजित समारोह में प्रो. (डॉ.) स्वयंभू शलभ की छठी पुस्तक ‘संस्कृति के सोपान’ का भव्य लोकार्पण संपन्न हुआ।
2. लोकार्पण में शामिल हुए कई विद्वान और साहित्यकार

पुस्तक का लोकार्पण देश के प्रतिष्ठित विद्वानों और साहित्यकारों के कर कमलों द्वारा किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
- प्रो. (डॉ.) रविंद्र कुमार रवि (पूर्व कुलपति, बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय)
- प्रो. (डॉ.) सतीश कुमार राय (संकायाध्यक्ष, मानविकी – बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय)
- प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार सिन्हा (सदस्य – बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग)
- प्रो. (डॉ.) राजीव कुमार (कॉलेज निरीक्षक – कला)
- प्रो. (डॉ.) मंजरी वर्मा (पूर्व विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान)
- प्रो. (डॉ.) संत साह (प्राचार्य – केसीटीसी कॉलेज)
- प्रो. (डॉ.) हरिंद्र हिमकर (पूर्व विभागाध्यक्ष)
- डॉ. अनीता सिन्हा (पूर्व प्राचार्या)
- डॉ. सत्यदेव सुमन
- कविवर डॉ. गोरख मस्ताना

3. किताब ‘संस्कृति के सोपान’ का सार
पुस्तक के विषय में बताते हुए डॉ. स्वयंभू शलभ ने कहा कि यह एक यात्रा संस्मरण है, जो भारत के विभिन्न प्रदेशों में स्थित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को लेखक की दृष्टि से देखने और समझने का प्रयास है। उन्होंने कहा:
“यात्राएं हमें देश के गौरवशाली इतिहास, परंपरा और संस्कृति को करीब से जानने का अवसर देती हैं। विविध कला-संस्कृति, अप्रतिम प्राकृतिक सौंदर्य और इस धरती की आध्यात्मिकता को समझे बिना भारत को पूरी तरह नहीं समझा जा सकता।”
4. पहले भी प्रकाशित हो चुकी हैं पांच किताबें
इससे पूर्व डॉ. शलभ की पांच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं:
- प्राणों के साज पर (कविता संग्रह)
- अंतर्बोध (कविता संग्रह)
- श्रृंखला के खंड (कविता संग्रह)
- अनुभूति दंश (ग़ज़ल संग्रह)
- कोई एक आशियाँ (कहानी संग्रह)
फोटो कैप्शन:
प्रो. (डॉ.) स्वयंभू शलभ की छठी किताब ‘संस्कृति के सोपान’ का लोकार्पण केसीटीसी कॉलेज, रक्सौल में संपन्न।