रक्सौल।अनिल कुमार।
नगर परिषद क्षेत्र सहित भारत-नेपाल की सीमा पर स्थित वीरगंज में लोक आस्था का महापर्व छठ बड़ी श्रद्धा, उल्लास और भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ। चार दिनों तक चले इस पर्व का समापन मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ हुआ।
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने घाटों पर उमड़ी भीड़–
सोमवार की संध्या को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए रक्सौल के भकुआ ब्रह्म बाबा घाट, कस्टम घाट, सरिसवा नदी किनारे छठिया घाट, नागा रोड बाबा मठिया घाट, कोईरिया टोला त्रिलोकी नगर घाट, कौड़ीहार चौक नहर घाट, खेखरिया घाट, महदेवा पोखरा घाट सहित बीरगंज के घरिअरवा पोखरा घाट, बलीरामपुर छठ घाट, इनरवा, सिरसिया आदि घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।

महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सजीं थीं, वहीं पुरुष और बच्चे छठी माई के गीतों पर झूमते नजर आए। घाटों पर भजन और लोकगीतों की मधुर ध्वनि से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
सुबह से ही शुरू हुई पूजा-अर्चना की तैयारी–
सरिसवा नदी घाट, महदेवा पोखरा घाट, सूर्य मंदिर परिसर घाट और नगर परिषद क्षेत्र के अस्थायी घाटों पर सुबह से ही व्रतधारी महिलाएं और उनके परिजन पूजा की तैयारी में जुटे रहे। घाटों पर सफाई, सजावट और सुरक्षा व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा गया।
प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं ने संभाली व्यवस्था–
छठ पर्व को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
रक्सौल एसडीएम मनीष कुमार, एसडीपीओ मनीष आनंद, थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार सहित मजिस्ट्रेटों की टीम घाटों पर तैनात रही।
वहीं स्वयंसेवी संगठनों और सामाजिक संस्थाओं ने श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद, पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर अपनी सेवा भावना का परिचय दिया।

चुनावी माहौल में भी छठ का अलग रंग–
इस बार छठ पर्व में चुनावी माहौल की झलक भी देखने को मिली। विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि श्रद्धालुओं के बीच पहुंचे और लोक आस्था के इस पर्व में भागीदार बने।
कलाकारों की उपस्थिति से बढ़ा उत्साह–
बीरगंज में भोजपुरी और नेपाली फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कलाकारों ने भी पूजा-अर्चना में भाग लिया, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ गया।
भारत-नेपाल की साझा सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बना पर्व–
सीमावर्ती इलाकों में मनाया गया यह पर्व भारत-नेपाल की साझा सांस्कृतिक एकता का जीवंत उदाहरण बना। श्रद्धा, भक्ति और लोक संस्कृति के संगम से सजा यह पर्व संपन्न होते ही पूरे क्षेत्र में अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण व्याप्त हो गया।
फोटो, वीडियो: लोक आस्था का महापर्व छठ — घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
Motihari Raxaul The great festival of public faith, Chhath, concluded with great fanfare in Raxaul-Birgunj, with huge crowds of devotees gathering at the ghats (riverbanks/ponds)












