रक्सौल।अनिल कुमार।
महाविद्यालय सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक भव्य सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 10 बजे हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक, अतिथि शिक्षक, शिक्षेतर कर्मचारी, एनएसएस के स्वयंसेवक तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। सभागार में वंदे मातरम के स्वर गूंज उठे तो वातावरण देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रगीत के माध्यम से देशप्रेम, एकता और स्वतंत्रता आंदोलन के ऐतिहासिक महत्व को स्मरण कर युवा पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल करना था। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया गया कि इस विशेष अवसर पर सभी की उपस्थिति अनिवार्य रहे। कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित जनसमूह ने एक स्वर में “भारत माता की जय” का उद्घोष कर सभा का समापन किया।
इसी क्रम में शुक्रवार को ही महाविद्यालय परिसर में मतदाता जागरूकता अभियान का भी आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रातः 11 बजे से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. विनोद बैठा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना कर किया। रैली में शामिल छात्र-छात्राओं और एनएसएस के स्वयंसेवकों ने “पहले मतदान, फिर जलपान”, “लोकतंत्र का मान बढ़ाओ, वोट जरूर डालो” जैसे नारों से शहर का माहौल लोकतांत्रिक चेतना से भर दिया। मतदाता जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य सशक्त लोकतंत्र के निर्माण हेतु मतदाता शिक्षा, जागरूकता और साक्षरता को बढ़ावा देना था, ताकि देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित हो सके।
कार्यक्रम में शिक्षकों, छात्रों और स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी उल्लेखनीय रही। वक्ताओं ने मतदान को प्रत्येक नागरिक का सर्वोच्च अधिकार और कर्तव्य बताया। अभियान के माध्यम से युवाओं में मतदान के प्रति नई चेतना और जिम्मेदारी की भावना का संचार हुआ। अंत में प्राचार्य ने सभी प्रतिभागियों को लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षण का संकल्प दिलाया। दोनों कार्यक्रमों के सफल आयोजन से महाविद्यालय परिसर राष्ट्रप्रेम और लोकतंत्र के उत्साह से सराबोर दिखाई दिया।
फोटो,वीडियो -वंदे मातरम गायन के 150 वर्ष पूर्ण होने पर सामूहिक कार्यक्रम व मतदाता जागरूकता अभियान का आयोजन
Motihari | Mass Program and Voter Awareness on the Completion of 150 Years of ‘Vande Mataram’ Singing












