पार्टी के जिला प्रभारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार सरकार की नीतियों पर साधा निशाना
अवधेश कुमार शर्मा | देशवाणी
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिले में जनसुराज पार्टी के नवनियुक्त जिला प्रभारी विकास सिंह के साथ पार्टी पदाधिकारियों ने 5 मार्च को प्रशांत किशोर की जनसभा में अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया। यह जनसभा लौरिया के साहू जैन खेल मैदान में आयोजित होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेताओं ने बिहार सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और जनसुराज को बदलाव की एकमात्र उम्मीद बताया।
जिला प्रभारी सिंह के साथ गोपालगंज जिला प्रभारी अब्बास अहमद, सिवान जिला प्रभारी नंदकिशोर कुशवाहा, प्रदेश युवा उपाध्यक्ष संतोष चौधरी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुंदन पाण्डेय, जिला महासचिव सचींद्र पाण्डेय तथा जिला मुख्य प्रवक्ता इंजीनियर सिकंदर चंद्रा ने सोमवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
चम्पारणवासियों से 5 मार्च 2025 को लौरिया के साहू जैन खेल मैदान में आयोजित प्रशांत किशोर की विशाल जनसभा में अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया।
प्विकास सिंह ने कहा कि
पिछले 15 वर्षों में लालू और लगभग 20 वर्षों से भाजपा-जदयू की बहुरुपी राजनीति ने बिहार की स्थिति को बदहाल कर दिया है, जिससे जनता पलायन को मजबूर हो रही है।
अब्बास अहमद और नंदकिशोर कुशवाहा ने बिहार के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत एक दशक से सत्ताधारी भाजपा-जदयू (एनडीए) गठबंधन ने बिहार के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में सिर्फ खिचड़ी बांटी जा रही है, लेकिन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल रही। कॉलेजों में डिग्रियां तो दी जा रही हैं, लेकिन रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं हैं।
प्रदेश युवा उपाध्यक्ष संतोष चौधरी और कुंदन पाण्डेय ने संयुक्त रूप से कहा कि जनसुराज ही बिहार के उज्ज्वल भविष्य के लिए एकमात्र आशा की किरण है, क्योंकि पिछले 35 वर्षों से जनता जाति और धर्म के नाम पर ठगी जा रही है।
जिला महासचिव सचींद्र पाण्डेय ने चम्पारणवासियों से आग्रह किया कि वे 5 मार्च की जनसभा में भारी संख्या में शामिल होकर बिहार में भाजपा-जदयू की पुलिसिया राजनीति से मुक्ति के लिए हुंकार भरें।
जिला मुख्य प्रवक्ता इंजीनियर सिकंदर चंद्रा ने कहा कि चम्पारण की धरती हमेशा इतिहास लिखने की जननी रही है और यह पुनः एक नई गाथा लिखने के लिए तैयार है। उन्होंने युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं से अपील की कि वे जनसुराज के इस ऐतिहासिक आंदोलन में सहभागी बनें और बिहार के बदलाव की नींव रखने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।