रक्सौल, अनिल कुमार।
रक्सौल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन-
न्याय नेटवर्क परियोजना और डंकन अस्पताल के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को “मानव तस्करी एवं पोक्सो कानून में पुलिस की भूमिका” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का आयोजन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) कार्यालय स्थित सभागार में किया गया।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पुलिस अधिकारियों और विधि-व्यवस्था से जुड़े कर्मियों को मानव तस्करी और बच्चों से संबंधित अपराधों के प्रति जागरूक एवं संवेदनशील बनाना था। इसके साथ ही, उत्पन्न मामलों के त्वरित और प्रभावी समाधान हेतु उन्हें प्रशिक्षित करना भी इसका अहम हिस्सा रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ-
कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ रक्सौल अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार तथा एसडीपीओ मनीष आनंद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रशिक्षण सत्र व मार्गदर्शन-
उद्घाटन के बाद न्याय नेटवर्क की सीनियर एडवोकेसी एडवाइजर, एडवोकेट संजु सिंह (पटना) ने प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया। उन्होंने विस्तार से बताया कि –
- मानव तस्करी और पोक्सो कानून जुड़े मामलों में पुलिस की भूमिका बेहद अहम है।
- जांच के दौरान संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई से ही पीड़ित बच्चों एवं परिवारों को न्याय मिल सकता है।
- कानूनी प्रावधानों का सही उपयोग इन मामलों में न्याय दिलाने की दिशा में कारगर साबित होता है।
पुलिस व सुरक्षाबलों की सक्रिय भागीदारी-
इस प्रशिक्षण में रक्सौल अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानों के अधिकारी, जीआरपी, आरपीएफ, एएचटीयू और एसएसबी 47वीं बटालियन के कर्मी शामिल हुए। करीब 50 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया और अपने व्यावहारिक अनुभव साझा किए। साथ ही, उन्होंने कानूनी विधियों और जांच प्रक्रियाओं की बारीकियों को भी समझा।
परियोजना प्रतिनिधियों की उपस्थिति-
न्याय नेटवर्क परियोजना प्रबंधक प्रणय सोमित मोहंती, कामेश कुमार, गौरव कुमार और आरती कुमारी भी कार्यशाला में मौजूद रहे। उन्होंने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया और स्पष्ट किया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का नियमित आयोजन अत्यंत आवश्यक है।
समापन संदेश-
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि —
- मानव तस्करी और बच्चों के खिलाफ अपराध समाज के लिए कलंक हैं।
- प्रभावी कार्रवाई तभी संभव है जब पुलिस, न्यायिक प्रणाली और सामाजिक संगठन आपसी सहयोग एवं समन्वय से कार्य करें।
- ऐसे मामलों में संवेदनशीलता, त्वरित कार्रवाई और कानून का सख्त पालन बेहद ज़रूरी है।
कार्यशाला का प्रभाव-
यह प्रशिक्षण पुलिस अधिकारियों के लिए ज्ञानवर्धक और व्यवहारिक दृष्टिकोण को सशक्त करने वाला साबित हुआ।
साथ ही, इस आयोजन से यह स्पष्ट संदेश गया कि रक्सौल क्षेत्र में मानव तस्करी और पोक्सो मामलों से निपटने के लिए यह पहल एक मजबूत कदम है, जो आगे चलकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगी।
मानव तस्करी एवं पोक्सो मामलों पर कार्यशाला, पुलिस अधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
Motihari | Raxaul| Workshop on Human Trafficking and POCSO Cases – Police Officers Receive Specialized Training