Motihari |रक्सौल| अनिल कुमार|
सीमा सुरक्षा बल की सतर्कता से बची नाबालिग-
सशस्त्र सीमा बल (SSB), 47वीं वाहिनी, रक्सौल की मानव तस्करी रोधी इकाई (AHTU) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक नाबालिग लड़की को मानव तस्करों के चंगुल में फंसने से बचा लिया है। विश्वसनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए, AHTU टीम ने भारत-नेपाल मैत्री पुल पर अपनी निगरानी बढ़ा दी। टीम को खबर मिली थी कि कुछ तस्कर नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर रक्सौल के रास्ते नेपाल ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर दोस्ती, शादी और नौकरी का झांसा-
जांच के दौरान, एक किशोरी को संदेह के आधार पर रोका गया। महिला बल कर्मियों द्वारा काउंसलिंग करने पर पता चला कि वह लुधियाना (पंजाब) से नेपाल जा रही थी। पूछताछ में लड़की ने खुलासा किया कि उसके साथ दो व्यक्ति भी थे, जिन्होंने उसे अकेले बॉर्डर पार करने को कहा था ताकि वे पकड़े न जा सकें। लड़की के सहयोग से जल्द ही दोनों संदिग्ध व्यक्तियों को मैत्री पुल के पास, भारत से नेपाल जाते समय, पकड़ लिया गया।
पकड़े गए तस्करों की पहचान मोहम्मद नौशाद मियां अंसारी (नेपाल निवासी) और किशन कुमार (पंजाब निवासी) के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि किशन कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए लड़की (रमा देवी – बदला हुआ नाम) से दोस्ती की थी। दोनों तस्करों ने नेपाल में नौकरी दिलाने और शादी करने का झूठा झांसा देकर नाबालिग को उसके घर से भगाया और पंजाब से रक्सौल लाए थे।
अपहरण का मामला दर्ज, अग्रिम कार्रवाई जारी-
मानव तस्करी रोधी इकाई की त्वरित और कुशल कार्रवाई के कारण तस्करों के नापाक मंसूबे विफल हो गए। नाबालिग लड़की को सुरक्षित बचा लिया गया। इसके बाद दोनों गिरफ्तार तस्करों को अग्रिम कानूनी कार्रवाई के लिए हरैया थाना, रक्सौल को सौंप दिया गया है।
परिजन से संपर्क करने पर यह भी जानकारी मिली है कि लुधियाना (पंजाब) के स्थानीय थाने में अपहरण का मामला (FIR संख्या 0142/25) पहले ही दर्ज कराया जा चुका है। इस बचाव अभियान में SSB की AHTU टीम के साथ-साथ प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर और स्वच्छ रक्सौल संस्था (गैर सरकारी संगठन) के सदस्यों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
Motihari | Raxaul| Two traffickers arrested at the border while attempting to take a minor girl to Nepal; the girl is safe.












