मोतिहारी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बायसरन घाटी में हुए बर्बर आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में चार से छह आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें कम से कम 28 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हो गए। मृतकों में भारतीय नौसेना और खुफिया ब्यूरो के अधिकारी भी शामिल थे। हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है, जो पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों से जुड़ा है।
इस जघन्य हमले के खिलाफ देशभर में रोष देखा गया। बिहार के मोतिहारी में JDU के युवा नेता दिव्यांशु भारद्वाज ने इस घटना के विरोध में चरखा पार्क में एक विशाल आक्रोश मार्च का आयोजन किया। इस मार्च में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, छात्र और युवाओं ने हिस्सा लिया और आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।
दिव्यांशु भारद्वाज ने मार्च के दौरान कहा:
“यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, बल्कि पूरे भारत के मनोबल पर किया गया है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ हम सबको एकजुट होकर खड़ा होना होगा।”
आक्रोश मार्च के दौरान लोगों ने कैंडल मार्च, नारेबाज़ी और शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में ‘भारत माता की जय’, ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ जैसे नारों से पूरा माहौल गूंज उठा।
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में रोककर भारत लौटने का निर्णय लिया और एक आपात बैठक में सुरक्षा हालात की समीक्षा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले को कायराना बताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
यह हमला न सिर्फ जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आज देश को एकजुट रहने की कितनी आवश्यकता है। दिव्यांशु भारद्वाज जैसे युवा नेता इस लड़ाई में उम्मीद की किरण हैं।