भोपाल, (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पीडि़त मानवता की सेवा की आपात व्यवस्थाएं बाधित नहीं होनी चाहिये। आऊट सोर्स सेवाओं के नियंत्रण और नियमन के प्रभावी प्रबंध किये जायें। आकस्मिक स्वास्थ्य सेवायें निर्बाध उपलब्ध रहें। संस्थागत व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जायें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार शाम को मंत्रालय में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव बी.पी.सिंह भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने राज्य बीमारी सहायता, मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार और बाल श्रवण योजना की समीक्षा की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं के लिये राशि की उपलब्धता बाधित नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के प्रकरणों में स्वीकृति और चिकित्सालयों को राशि की उपलब्धता की व्यवस्थायें संस्थागत स्वरूप में की जायें। मुख्यमंत्री को बताया गया कि योजनाओं को ऑनलाइन करने की कार्रवाई प्रचलन में है। इस वर्ष के अंत तक ये योजनाएँ ऑनलाइन हो जायेंगी। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य गौरी सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल और एस.के. मिश्रा, मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल, आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पल्लवी जैन गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पीडि़त मानवता की सेवा की आपात व्यवस्थाएं बाधित नहीं होनी चाहिये। आऊट सोर्स सेवाओं के नियंत्रण और नियमन के प्रभावी प्रबंध किये जायें। आकस्मिक स्वास्थ्य सेवायें निर्बाध उपलब्ध रहें। संस्थागत व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जायें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार शाम को मंत्रालय में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव बी.पी.सिंह भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने राज्य बीमारी सहायता, मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार और बाल श्रवण योजना की समीक्षा की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं के लिये राशि की उपलब्धता बाधित नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के प्रकरणों में स्वीकृति और चिकित्सालयों को राशि की उपलब्धता की व्यवस्थायें संस्थागत स्वरूप में की जायें। मुख्यमंत्री को बताया गया कि योजनाओं को ऑनलाइन करने की कार्रवाई प्रचलन में है। इस वर्ष के अंत तक ये योजनाएँ ऑनलाइन हो जायेंगी। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य गौरी सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल और एस.के. मिश्रा, मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल, आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पल्लवी जैन गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।