लखनऊ, (हि.स.)। लखनऊ विकास प्राधिकरण के आनलाइन आवंटन प्रक्रिया में लोगों की रूचि कम दिखने के बाद बचे हुए 1472 फ्लैटों को बेचने के लिए काउन्टर लगाकर बेचने की योजना बनायी है।
जानकारी के अनुसार प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं मृगशिरा मानसरोवर योजना, जानकीपुरम् विस्तार योजना, जनेश्वर इन्क्लेव योजना, आद्रा अपार्टमेंट शारदा नगर योजना, सरगम अर्पाटमेंट जानकीपुरम् सेक्टर जे योजना, सनराइज अपार्टमेंट कानपुर रोड योजना, फाल्गुनी अपार्टमेंट कानपुर रोड योजना और पूर्वा अपार्टमेंट कानपुर रोड योजना में बचे हुए फ्लैट बेचने के लिए उपाध्यक्ष प्रभु नारायण सिंह और सचिव जयशंकर दूबे की उपस्थिति में विभागीय अधिकारियों ने कई बैठकें कर डाली है।
फ्लैटों की बिक्री नहीं होने से नाखुश उपाध्यक्ष प्रभु नारायण सिंह के निर्देश पर अब प्राधिकरण भवन में विशेष काउन्टर लगाकर बचे फ्लैटों की बिक्री शुरू करायी जायेगी।
विशेषाधिकारी और ओएसडी राजेश कुमार शुक्ला ने उपाध्यक्ष से फ्लैटों की बिक्री पर बैठक करने के बाद काउन्टर लगाकर बिक्री प्रक्रिया कराने के संकेत दिये है। उनका कहना है कि अगर फ्लैट खरीदने वाले लोगों को आनलाइन सुविधा में संतुष्टी नहीं मिल रही हैं तो आगे काउन्टर लगाकर लोगों की सुविधा के लिए 'पहले आओ-पहले पाओ' के तहत बुकिंग कराने की व्यवस्था करायी जायेगी। बाकि बचे फ्लैटों का मूल्य न्यूनतम 12 लाख रूपये और अधिकतम 80 लाख रूपये तक है।
जनसम्पर्क अधिकारी अशोकपाल ने बताया कि प्राधिकरण की आय बढ़ाने को लेकर हुई बैठक में फ्लैटों की बिक्री पर मानचित्र तैयार किया गया है। अभी किसी प्रकार की घोषणा नहीं हुई है लेकिन योजना बनकर तैयार है।
उन्होंने कहा कि काउन्टर लगाकर फ्लैट बेचने पर इच्छुक व्यक्ति अपनी जिज्ञासा शांत कर सकेगा और अधिकारियों द्वारा इच्छुक व्यक्ति को फ्लैट खरीदने के सम्बन्ध में जानकारी दी जा सकेगी।