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रक्षाबंधन पर शुभ मुहूर्त में ही बहनें बांधें राखी, बाजार में भीड़
By Deshwani | Publish Date: 6/8/2017 12:09:06 PM लखनऊ, (हि.स.)। रक्षाबंधन त्योहार को लेकर जहां बहनों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, वहीं बाजारों में तरह-तरह की राखियां मौजूद हैं, जो इस त्योहार को कुछ खास बनाने में अहम अपनी भूमिका निभाएंगी। भाई-बहन के इस पवित्र और प्यार के प्रतीक त्योहार की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। बहनें इस पर्व को मनाने के लिए काफी उत्साहित दिख रही है। साथ ही कुछ अलग तरह की राखियां अपने भाई की कलाई पर बांधकर इस पर्व को मनाने की तैयारी में जुटी हैं।
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन में बहन अपने भाई को अपनी रक्षा का संकल्प दिलाती हैं। हिन्दू पंचांग के मुताबिक, श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाये जाने वाले इस त्योहार पर बहन अपने भाई की कलाई पर अपना संपूर्ण प्यार राखी के रूप में बांध कर उससे अपनी रक्षा का वचन लेती है। जिसके बाद भाई कुछ उपहार देकर भविष्य में संकट के समय सहायता और रक्षा देने का वचन देता है।
सावन पूर्णिमा सोमवार को है। रक्षा बंधन पर चन्द्रग्रहण का संयोग भी बन रहा है। ऐसा संयोग 12 वर्षों के बाद मिला है। यह काफी शुभफलदायक माना जा रहा है। सुबह 10:31 बजे से लेकर 1:52 बजे तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है।
जानकारों का कहना है कि रात 10:52 बजे से चन्द्रग्रहण लग रहा है। चूंकि ग्रहण लगने के नौ घंटे पहले से सूतक (छूत) लग जाता है। इसलिए दिन में 10:31 से 1:52 तक रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त है। रक्षाबंधन को लेकर बाजारों में चहल-पहल काफी दिखी। चौक-चौराहों पर रंग-बिरंगी राखियों की दुकानों पर महिलाएं व युवतियों की भीड़ जुटी है। मिठाई दुकानों पर भी ग्राहकों की कतार दिखीं। वैसे आधुनिकता का असर राखियों पर भी साफ दिख रहा है। अब फोम से बनी राखियां बहुत कम ही नजर आती हैं। चमकीले स्टोन की बनी राखियों की डिमांड सबसे ज्यादा है। बाजार में बच्चों को लुभाने के लिए कार्टून वाली राखियां भी लायी गयी हैं। जिनपर छोटा भीम, डोरेमॉन, गणेशा आदि जैसे कार्टून बने है।