मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन से हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा- हम सेक्युलर ने समर्थन लिया वापस
पटना। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा- हम सेक्युलर अब राज्य की महागठबंधन सरकार का हिस्सा नहीं है। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा- हम सेक्युलर पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलकर समर्थन वापसी का पत्र सौंप दिया है। इस तरह से हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा- हम सेक्युलर अब राज्य की महागठबंधन सरकार से बाहर हो गया है।
हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा, सेकुलर के प्रमुख संतोष कुमार सुमन के राज्य मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देने के बाद पार्टी के महागठबंधन से अलग होने की चर्चा तेज हो गयी थी। जानकारी के अनुसार पार्टी के सरंक्षक जीतन राम मांझी आज दिल्ली जायेंगेजहां भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। श्री मांझी नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ अपनी पार्टी के औपचारिक गठजोड़ की घोषणा भी कर सकते हैं।
समर्थन वापसी के बाद विधानसभा में महागठबंधन के सदस्यों की संख्या घटकर एक सौ साठ हो गयी है। गौरतलब है कि विधानसभा में हम सेक्युलर के चार विधायक हैं। प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें यह पत्र सौंपा। इस राजनीतिक घटनाक्रम के साथ महागठबंधन में सहयोगी दलों की संख्या घटकर छह रह गई है। ये दल हैं- जनता दल युनाइटेट, राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई और सीपीआई (एमएल)।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में महागठबंधन के सदस्यों की संख्या घटकर 160 रह गई है। इससे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता प्रभावित नहीं होगी।
इससे पहले पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आज पटना में हुयी बैठक में महागठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया गया। हम सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने बैठक में सर्वसम्मति से लिए गये इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए तीसरे मोर्चे का विकल्प भी खुला हुआ है