बिहार
इंटरमीडिएट परीक्षा के नाम पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, हो न्यायिक जांच: पप्पू
By Deshwani | Publish Date: 1/6/2017 5:46:41 PM- इंटर परीक्षा रिजल्ट पर सांसद ने खड़े किए सवाल, सरकार को कठघरे में खड़ा किया
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक व सांसद पप्पू यादव ने इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणामों पर सवाल उठाते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है। आज पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री यादव ने कहा कि इस मामले हमें एसआईटी जांच पर भरोसा नहीं है, क्योंकि इसमें उन्हीं अधिकारियों रखा जाता है, जिनको बचाया जाता है। इसलिए हम मांग करते हैं कि इस प्रकरण की जांच वर्तमान हाईकोर्ट के न्यायाधीश से कराई जाए।
सांसद ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस बिहार के बच्चों का देश भर के किसी अच्छे कॉलेजों में दाखिला नहीं हो पाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि नीतीश कुमार जी, आपके और आपके मंत्री अशोक चौधरी व बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर की कथनी और करनी में फर्क है। आप कह रहे हैं एक महीने में कॉपी मूल्यांकन किया जाएगा। मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष कह रहे हैं दो दिन में ऑनलाइन आवदेन करें। अब पहले आप स्थिति स्पष्ट करिए और छात्रों को बिना परेशान किए छात्रों को फिर से उनके जिले में काफी बुलाकार इंटरव्यू करवाइये। उन्होंने कहा कि 3027 कॉलेजों में से 645 कॉलेजों में एक भी बच्चा पास नहीं किया। अलग – अलग मार्कशीट दिया गया। बिहार को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ा गया है।
श्री यादव ने आंसर शीट को अपलोड करने की मांग करते पूछा कि मंत्री कह रहे हैं कि टाइट और पारदर्शी तरीके से एग्जाम लेने के कारण रिजल्ट ऐसा आया है। तो क्या UPSC, IIT, CBSE का एग्जाम टाइट और पारदर्शी तरीके नहीं होता है ? यूपीएससी में आज बिहार के 31 बच्चों ने सफलता हासिल की है। हम पूछना चाहते हैं कि जिस छात्र ने बायोलॉजी का एग्जाम दिया, उसको दूसरे विषय में कैसे नंबर दे दिया जाता है। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि जिन छात्रों ने आईआईटी जैसे एग्जाम को क्वालीफाइ किया है, वैसे छात्रों को भी ऑब्जेक्टिव में शून्य, एक, दो नंबर कैसे दिया गया है। इसलिए बदनामी से अच्छा है कि सब ऑनलाइन अपलोड कर दीजिए। इससे पता चल जाएगा कि गलत बच्चे हैं या आपका सिस्टम गलत है।
श्री यादव ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि इंटर के छात्रों की कॉपी मिडिल स्कूल के टीचरों से करवाई गई, जिन्हें ये भी नहीं पता का वो पढ़ाते क्या हैं। इसलिए नीतीश कुमार सबसे पहले इसके दोषियों पर कार्रवाई करें। मंत्री मंडल से बर्खास्त करें। उन्होंने कहा कि अगर आप शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करना चाहते हैं तो नीचे से उपर तक सिल्ट को हटाइए, फिर गंगा का सिल्ट हटाइयेगा।
उन्होंने आटर्स टॉपर गणेश कुमार की हत्या की आशंका जताई और कहा कि एक बार फिर बिहार टॉपर्स घोटाला हुआ है। आटर्स का टॉपर गणेश कुमार कहा हैं, जिसे संगीत का बेसिक भी नहीं पता है। मुझे लगता है कि अपनी फजीहत से बचने के लिए मंत्री, अधिकारी और कॉलेज माफियाओं ने उसे गायब कर दिया और उसकी हत्या की आशंका है। सांसद ने पांच जून को पूरे बिहार में कॉलेज/ यूनिवर्सिटी बंद कराने की बात कही है। छह जून को सभी जिला मुख्यालय पर शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय पर तालाबंदी और प्रदर्शन, सात जून को बोर्ड ऑफिस में के समाने प्रदर्शन करेंगे। इस मामले में अगर न्यायायिक जांच, आंसर शीट ऑनलाइन और दोषियों पर एफआईआर दर्ज नहीं हुआ तो बिहार बंद का आह्वान करेंगे।
सासंद ने नैंसी झा बलात्कार कांड दामिनी से भी वीभत्स बताया। उन्होंने कहा कि हम 15 दिनों के अंदर इसकी एसआईटी जांच की मांग करते हैं और नैंसी झा के परिजन भी यही चाहते हैं। सिविल सर्जन की रिपोर्ट के अनुसार, 72 घंटे बाद उसकी लाश का पोर्स्टमार्टम किया गया, जब कि लाश 62 घंटे पहले बरामद हुई थी। वह काफी होनहार बच्ची थी। मगर नफरत के कारण अपहरण कर बलात्कार के बाद निर्मम हत्या कर दी गई।