बिहार
मोदी के शासन में 65 हजार करोड़ का कालाधन उजागर हुआ: सुशील
By Deshwani | Publish Date: 25/5/2017 5:47:47 PMपटना, (हि.स.)। बिहार के पूर्व उप- उपमुख्यमंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के 3 वर्षों के शासन में 65 हजार करोड़ का कालाधन उजागर किया गया, वहीं, 600 करोड़ की बेनामी सम्पति जब्त भी की गई।
यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की इस कार्रवाई से बिहार में महागठबंधन के बड़े नेता लालू प्रसाद घबड़ाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी और सांसद मीसा भारती की कम्पनी के सीए राजेश अग्रवाल की गिरफ्तारी और अब मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार को आईटी की नोटिस के बाद लालू यादव तथा उनके मंत्री पुत्र तेजस्वी यादव को समझ में आ गया होगा कि किन 22 ठिकानों पर आईटी की छापेमारी हुई थी।
केन्द्र सरकार के कार्यों की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि केंद्र ने 2.30 करोड़ फर्जी राशन कार्ड और 3.3 करोड़ डुप्लीकेट एलपीजी कनेक्शन को रद्द कर 28 करोड़ जनधन खातों में डीबीटी के जरिए लाभार्थियों को सीधे फायदा पहुंचाया गया जिससे 35 हजार करोड़ की बचत हुई। एक प्रतिष्ठित मीडिया समूह की रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी से जहां देश में कालाधन पर अंकुश लगा है, वहीं अर्थव्यवस्था में 5 लाख करोड़ की बचत हुई है। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार पर केन्द्र सरकार के कारगर प्रहार का परिणाम है।
भाजपा नेता ने कहा कि यूपीए के 10 वर्षों के शासनकाल में 12 लाख करोड़ से ज्यादा के घोटाले से क्षुब्द्ध देश की जनता ने भ्रष्टाचार पर निर्णायक हमला करने के लिए नरेन्द्र मोदी को जनादेश दिया था। इस जनादेश का सम्मान करते हुए प्रधानमन्त्री जानता के लिए काम कर रहे हैं।