नेपाल
नेपाल किसी के खेल का मैदान नहीं: ज्ञानेंद्र
By Deshwani | Publish Date: 11/1/2017 4:56:22 PMविजय कुशवाहा
Nepal वीरगंज (नेपाल)
नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि नेपाल को किसी के खेल का मैदान नहीं बनने दिया जाएगा। भले ही उनकी सत्ता चली गई है, लेकिन देश और नेपाली जनता के प्रति उनकी जिम्मेवारी नहीं गई है। मौजूदा समय में देश के अस्तित्व व पहचान को बनाए रखना बेहद जरूरी है। यह तभी संभव है, जब पूरे देश में सामाजिक व सांम्प्रदायिक सदभाव के साथ-साथ एकता और प्यार का माहौल बनेगा। मंगलवार को काठमांडू में पूर्व राजा पृथ्वी नारायण साह के जन्मदिवस पर ज्ञानेंद्र ने यह बयान दिया।
उन्होंने कहा कि यह सही है कि उन्होंने नारायण हिती पैलेस छोड़ दिया है, मगर इसका यह मतलब नहीं कि देश व यहां की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियां भी छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि नेपाल में आज राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सदभाव और इसकी पहचान संकट में है। इससे मुझे काफी दुख है। अस्थिरता के कारण देश गरीबी की ओर बढ़ रहा है। इसलिए देश के विकास के लिए ऐसा माहौल खत्म होना चाहिए। उन्होंने देश के सभी नागरिकों से नेपाल का अस्तित्व बचाने व इसके विकास के लिए एकता को मजबूत करने का आह्वान किया।