रक्सौल: इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा की टीम ने फिर एक नाबालिग भारतीय लड़की को तस्करी के चंगुल से कराया मुक्त
रक्सौल। अनिल कुमार। रक्सौल इंडो-नेपाल बोर्डर पर कम उम्र के लड़कों से कम उम्र की लड़कियों को प्यार में फंसा कर मानव तस्करी का एक प्रसिद्ध ट्रेंड फिर एक बार सामने आया।एक सूचना मिली कि एक युवक एक नाबालिग लड़की को नेपाल ले जाने के प्रयास में हैं। मानव तस्करी रोधक इकाई क्षेत्रक मुख्यालय 47वीं वाहिनी स.सी.ब टीम तुरन्त कार्यवाही के मोड में आ गयी।
लगभग एक घंटे बाद टीम के स.उ.निरीक्षक अनिल शर्मा व् मुख्यआरक्षी अरविंद द्विवेदी ने एक युवक अख्तर खान को नाबालिग लड़की सीता देवी के साथ संदेह के आधार पर रक्सौल भारत- नेपाल सीमा पर रोक लिया।
उनके संदेहजनक जानकारी से टीम संतुष्ट नहीं हुई फिर इसी मध्य एनजीओ प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल को भी पूछताक्ष के लिए संपर्क किया गया।
एनजीओ प्रयास की आरती कुमारी द्वारा लड़की और लड़के से बहुत समय तक पूछताछ चलती रही किंतु लड़का टीम को सब कुछ झुठ ही बता रहा था ।
लड़का पहले लड़की को अपनी बहन बताता रहा।
अपने घर का पता सब कुछ झूठ बोलता रहा अंततः टीम के आगे उसे झुकना ही पड़ा फिर सच सामने आया कि लड़की को प्रेमजाल और शादी का झांसा दे कर नेपाल ले जाने का प्रयास कर रहा था।
अख्तर और नाबालिग लड़की सीता देवी को पुलिस संरक्षण मे देते हुए दोनों को अग्रिम कार्यवाही के लिए सौंप दिया।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि 180 अरब रुपयों के मानव तस्करी पर व्यवसाय पर हम हमेशा चोट करते रहेंगे और अब समय आ गया है कि देश और समाज को मानव तस्करी के नये और पुराने ट्रेंड पर बहुत जागरूक होना होगा। अन्यथा समाज में तस्करी के शिकार लोगों को अपना जीवन ऐसे खोना पड़ेगा।
साथ ही ओ.पी हरैया के प्रभारी पंकज कुमार ने केस को समझने मे विशेष सहयोग किया साथ ही कहा कि हम मानव तस्करी रोधी इकाई (एएचटीयू) 47वीं वाहिनी स.सी ब ब रक्सौल के साथ इस पर कार्य कर रहे हैं जिससे अधिक से अधिक लड़कियों को मानव तस्करी का शिकार होने से बचाया जा सके।
इस पूरे रेस्क्यू में इन सभी लोगो का सहयोग भी रहा इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, कांस्टेबल मिकी कुमारी, कांस्टेबल अमृता कुमारी, आरती कुमारी राज गुप्ता।