मोतिहारी
परिवार कर रहा था नई बहू के स्वागत की तैयारी, तभी आई यह मनहूस खबर
By Deshwani | Publish Date: 17/2/2018 9:42:58 PM- घोड़ी चढ़ने से पहले सज गई मनीष की अर्थी, घर में मचा कोहराम
रक्सौल। अनिल कुमार
उस मां के दुख का अंदाजा कौन लगा सकता है, जिसका जवान बेटा असमय काल के गाल में समा गया हो। वह भी तब जब पांच दिन बाद उसकी शादी होनी हो. घर में बहु के आने का सपना देख रही मां और स्वागत की तैयारियों में जुटे परिवार को जब यह खबर मिली होगी कि उनके परिवार का लाल अब इस दुनिया में नहीं है तो उस मां और उस परिवार को कितना बड़ा दुख का पहाड़ टूटा होगा. इसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. जब से काली मंदिर रोड निवासी प्रमोद नारायण के घर में उनके बेटे की मौत की खबर आयी है तब से परिवार सबका रो-रो कर बुरा हाल है. पिछले बुधवार को ही मनीष को हल्दी लगी थी और लग्न चढ़ाया गया था. शुक्रवार (23 फरवरी) को मनीष की बारात जानी थी और उसके जीवन के नये अध्याय की शुरुआत होनी थी. लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था और जीवन की यात्रा के लिए निकलने वाली बरात की जगह अब मनीष की अंतिम यात्रा निकल रही है. मनीष को आखिर किसी ने क्यों मारा, इसके पीछे क्या वजह थी. इन पर रहस्य का पर्दा चढ़ा हुआ है. लेकिन एक बात तो साफ है कि इसमें या तो दोस्त ने दुश्मन बनकर दगा किया है या मामला कुछ और है. परिवार के लोग इस घटना के बाद इस कदर टूट चुके हैं कि कुछ भी कहने-सुनने की स्थिति में नहीं है. टूटी आवाज में पिता प्रमोद नारायण ने बताया कि बुधवार को मनीष कार्ड बांटने के लिए घर से निकला था. पंटोका के अपने दोस्त संतोष व पांच लोगों के साथ नेपाल गया था. आखिरी बार जब मनीष से बात हुयी तो उसने कहा कि शाम तक घर लौट आयेगा. गुरूवार को मनीष नेपाल गया था. रात तक जब वह घर वापस नहीं आया तो हमलोगों की चिंता बढ़ने लगी. इसके बाद हमलोगों ने शुक्रवार को खोजबीन करना शुरू की और पुलिस को भी सूचना दी. लेकिन तब तक शाम में उसका शव मिलने की खबर हम तक पहुंची. घटना के बाद से मनीष के कुछ दोस्त फरार हैं, जबकि दो को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. नेपाल पुलिस ने मनीष का शव बरामद वीरगंज के नारायणी उपक्षेत्रिय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया है. इस मामले में नेपाल के बारा जिला की पुलिस भी अपना जांच में जुटी है।