एमएस कॉलेज प्रवेश परीक्षा में सफल छात्र भटक रहें इधर-उधर, हेराफेरी की आशंका, कोर्ट जाने की चेतावनी
सफल छात्रों को 25 से 30 हजार देकर प्राइवेट स्कूलों में लेना पड़ा दाखिला
छात्र संगठन आंदोलन के मूड में
बार-बार बढ़ाया जा रहा है एडमिशन का डेट, कभी बाढ़ का तो कभी रिजल्ट में त्रुटि का बहाना
मोतिहारी। एमएस कॉलेज में इंटरइमीडियट की प्रवेश परीक्षा में सफल छात्र का भविष्य अधर में लटका हुआ है। सैकड़ों सफल छात्रों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करें। कई सफल छात्रों ने कॉलेज के साइट से अपने रिजल्ट डाउनलोड कर उसका प्रिंट व स्क्रिन शॉट ले लिया है। उनका कहना है कि उनका दाखिला नहीं होने की स्थिति मेें वे न्यायालय की शरण लेंगे। यहां बता दे कि मैट्रिक पास लगभग 512 छात्रों के दाखिला का रिजल्ट एमएस कॉलेज द्वारा लगभग एक महीना पहले ही निकाला जा चुका है। एडमीशन के लिए डेट भी घोषित किया जा चुका है। उसके बाद दूसरा कारण बताकर एडमिशन का डेट बढ़ा। फिर रिजल्ट में त्रुटि की बात बतायी गयी। अब अलग-अलग बातों से छात्र संशय में पड़ गये है।
कई सफल छात्रों काे 20 से 30 हजार रुपये का अतिरिक्त भार
वहीं कुछ धनाढ्य अभिभावक इस पचड़े से निकलकर सीबीएसई करिकुलम वाले स्कूल में अपने बच्चाें का दाखिला करा चुके हैं। दाखिले के लिए लिए उन्हें मजबूरी में 25-30 हजार का फी इन्टर मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों को देना पड़ा है। इधर एमएस कॉलेज प्रबंधन तरह-तरह के बहाने बना रहा है। प्रबंधन कभी नोटिश बोर्ड पर बाढ़ के कारण एडमिशन में देर होने की सूचना दे रहा है। कभी दोबारा दूसरा रिजल्ट आने की बात कही जा रही है। वहीं कुछ कॉलेजकर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दुबारा रिजल्ट का मतलब ही है कि कुछ न कुछ गड़बड़ झाला है।
प्राचार्य ने बताएं ये कारण
इधर कॉलेज के प्राचार्य हरिनारायण ठाकुर का कहना है कि रिजल्ट में कुछ गड़बड़ी हो गयी है। इसलिए दुबारा रिजल्ट निकाला जाएगा। पूछा गया आपके प्रबंधन की गड़बड़ी का खामियाजा छात्र क्यों भुगते? देर होने के कारण कई सफल छात्रों ने भी मजबूरी में दूसरी जगह अपने नामांकन करा लिए हैं। यह भी पूछा गया कि कुछ कॉलेजकर्मियों का कहना है कि स्कूल का साइट प्राइवेट व्यक्ति द्वारा बनाया गया है। उसमें गड़बड़ी की आशंका है। इस पर प्राचार्य ने कहा कि सबकुछ स्वच्छ व पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। जहां तक कालेजकर्मियों का आरोप है तो वे पहले ये लोग एडमिशन को बेंचा करते थें। इस बार ओएमआर सीट से परीक्षा ली गयी है। अब यह नहीं चलेगा।
कई छात्र संगठनों ने इस दाखिले की हेराफेरी की आशंका को लेकर आदोलन की चेतावनी दी है।