मोतिहारी
महिला व युवा कमर व गर्दन दर्द से अधिक परेशान: डॉ. गोपाल
By Deshwani | Publish Date: 4/7/2017 6:24:16 PMमोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
आजकल भाग दौड भरी आधुनिक जीवनशैली एवं सोशल मीडिया के लत के कारण लोगो मे खासतौर से युवाओ मे गर्दन एवं कमर दर्द की समस्या आम बात हो गई है। लंबे समय तक एक ही मुद्रा मे बैठकर काम करने युवाओ एवं महिलाओ मे गर्दन एवं कमर दर्द होने का खतरा अधिक रहता है। महिलाओ मे प्रसव के बाद कमर अथवा पीठ मे दर्द की शिकायत होना आम बात है।एक अनुमान के अनुसार भारत मे लगभग पचास प्रतिशत से अधिक लोग गर्दन, तथा कमर दर्द से किसी ना किसी रूप मे परेशान रहते है, ये बाते मोतिहारी शहर के अगरवा माई स्थान के बगल मे स्थित गौतम बुद्ध फिजियोथेरेपी एवं दर्द उपचार क्लिनिक के निदेशक सह संचालक दर्द रोग विशेषज्ञ डाॅ. गोपाल कुमार सिंह ने कही।
डॉ. गोपाल ने बताया कि आजकल इस बदलते आधुनिक जीवनशैली के कारण कमर व गर्दन दर्द की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। जीवनशैली यानि रहन सहन मे बदलाव एवं कुछ सावधानिया बरत कर बहुत हद तक इससे बचा जा सकता है। डॉ. गोपाल ने कहा कि दर्द होने पर पेन किलर यानि दर्द नासक दवा का उपयोग दर्द ज्यादा होने पर एवं कम से कम करना चाहिए, क्योंकि दर्द नासक दवा अत्यधिक लेने से इसका दुष्प्रभाव किडनी एवं लीवर पर पडता है। फिजियोथेरेपी गर्दन तथा कमर दर्द के ईलाज मे बहुत ही कारगर एवं लाभदायक साबित होता है। डाॅ. गोपाल ने बताया कि गर्दन दर्द तथा कमर दर्द के मरीजो को सावधानी के तौर पर भारी समान उठाने से बचना चाहिए, चिकित्सक द्वारा बताया हुआ व्यायाम नियमित सुबह शाम करना चाहिए।र्दन दर्द से बचने के लिए पतले एवं मुलायम तकिया का उपयोग करें। दोपहिया वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात नहीं करे।
कमर दर्द के मरीज मोटे एवं गद्देदार विछावन पर सोने से बचे, आगे झुककर कोई काम नहीं करें। बेड से उठने के समय सीधा की जगह करवट लेकर उठना चाहिए।