बीजिंग, (हि.स.)। उत्तर कोरिया पर अगर अमेरिका ने पहले हमला किया तो चीन चुप नहीं बैठेगा, लेकिन अगर डीपीआरके पहले आक्रमण करता है तो इस स्थिति में बीजिंग तटस्थ रहेगा। इस आशय का बयान चीन की सरकारी मीडिया ने दिया है।
समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने शुक्रवार को अपने संपादकीय में कहा है, "अगर उत्तर कोरिया ने अब मिसाइल परीक्षण किए, जो अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए धमकी होगी तो ऐसी स्थिति में चीन तटस्थ रहेगा। लेकिन अगर अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने हमले किए। उत्तर कोरियाई शासन को खत्म करने और कोरियाई प्रायद्वीप के राजनीतिक प्रतिमान बदलने की कोशिश की तो चीन उन्हें ऐसा करने से रोक देगा।"
साथ ही अखबार में लिखा है कि चीन कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु हथियारों के प्रसार और युद्ध, दोनों के ही खिलाफ है। चीन किसी भी पक्ष को सैन्य संघर्ष शुरू करने के लिए बढ़ावा नहीं देगा। अगर किसी भी पक्ष ने इस क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने की कोशिश की और इससे चीन के हितों को नुकसान पहुंचा, तो वह सख्त विरोध करेगा। अखबार ने लिखा है कि वह दोनों पक्षों, अमेरिका और उत्तर कोरिया, से संयम बनाए रखने की उम्मीद करता है।
इसी बाच, डोनाल्ड ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को फिर धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर कोरिया अमेरिका के लिए लगातार खतरा पैदा करता है, तो उसको सिर्फ तबाह करने की चेतावनी देना काफी नहीं है। यह समय अमेरिका की जनता के लिए उत्तर कोरिया के खिलाफ कार्रवाई करने का है। ट्रंप ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया ने अमेरिका या उसके किसी सहयोगी देश पर हमला करने के बारे में सोचा भी तो उसके साथ ऐसा होगा जो उसने ‘कभी सोचा भी नहीं’ होगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया के जुलाई में अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों के परीक्षण के बाद से अमेरिका और उसके बीच तनाव बहुत बढ़ गया है।