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छपरा में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों की पदस्थापना में अनियमितता, सरकार ने दिया कार्रवाई का निर्देश
By Deshwani | Publish Date: 10/8/2018 8:43:17 PM
छपरा में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों की पदस्थापना में अनियमितता, सरकार ने दिया कार्रवाई का निर्देश

छपरा। गणपत आर्यन। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।

जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के पदस्थापना में अनियमितता बरतने का मामला तूल पकड़ लिया है। जिले के आधा दर्जन प्रखंडों में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों की पदस्थापना में अनियमितता बरती गयी है। सरकारी प्रावधानों के तहत वरीय चिकित्सक को ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनाना है। लेकिन सारण जिले में नियमों की धज्जियां उड़ायी गयी है। आरोप लग रहा है कि अपने चहेते चिकित्सकों को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनाया गया है। जिले के मांझी, मढौरा, अमनौर, दिघवारा, नगरा समेत कई प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी जुनियर हैं। जिनके अधीन सीनियर चिकित्सक कार्य कर रहे हैं। इतना ही नहीं निकासी व व्ययन पदाधिकारी भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को ही बनाया जाता है। इस लिहाज से भी वरीय चिकित्सक को ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनाना है। इस मामले में सरकार के अवर सचिव प्रवीण कुमार ने सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने सभी प्रखंडों में वरीय चिकित्सक को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर पदस्थापना करने का निर्देश दिया है। सरकार के अवर सचिव ने निर्देश दिया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, रेफरल अस्पताल तथा अनुमंडलीय अस्पतालों में कनीय चिकित्सकों को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनाने की शिकायत मिली है। जिसका निराकरण कर सरकार को शीघ्र अवगत कराये। सरकार के अवर सचिव के निर्देश के बाद वैसे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों की बेचैनी बढ़ गयी है, जो नियम के विरुद्ध प्रभारी बने हुए हैं।

क्या कहते हैं सीएस-

सिविल सर्जन डॉ ललित मोहन ने बताया कि हमने किसी जुनियर को प्रभारी नहीं बनाया है और जो जुनियर चिकित्सक प्रभारी बनें है, वह पहले से ही बने हुए हैं।
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