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भारतीयों की नौकरी पर मंडराया खतरा, अमेरिका ने जॉब बचाने के लिए चली ''ऐसी चाल''
By Deshwani | Publish Date: 20/3/2018 4:36:38 PM नई दिल्ली। अमेरिकी संसद कांग्रेस में एक बिल लाया गया है, जिसके तहत विदेश (भारत में) में बैठे कॉल सेंटर के कर्मचारियों को न सिर्फ अपनी लोकेशन बतानी होगी और ग्राहकों को अधिकार देना होगा कि वे अमेरिका में सर्विस एजेंट को कॉल ट्रांसफर करने को कह सकें। ओहायो के डेमोक्रेट सेनटर शेरॉड ब्राउन ने इस बिल को पेश किया है। बिल में उन कंपनियों की एक सार्वजनिक सूची तैयार करने का प्रस्ताव है, जो कॉल सेंटर की नौकरियां आउटसॉर्स कर सकती हैं। साथ ही, इसमें उन कंपनियों को फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स में प्राथमिकता दिए जाने का भी प्रस्ताव है, जिन्होंने ये नौकरियां विदेशों में नहीं भेजी हैं।
सेनटर ब्राउन ने कहा कि अमेरिकी व्यापार एवं कर नीति उनके लिए लंबे समय तक कॉर्पोरेट बिजनेस मॉडल को प्रोत्साहन देती रही, जिसने ओहायो में संचालन बंद किया, जिसने अमेरिकी कर्मचारियों के कीमत पर टैक्स क्रेडिट के जरिए पूंजी जुटाई और रोनोसा, मेक्सिको, वुहान, भारत और चीन में कारोबार शिफ्ट कर लिया।
शेरॉड ब्राउन के मुताबिक, अमेरिका में कई ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने पूरे देश में कॉल सेंटर बंद किए और भारत या मेक्सिको में शुरू किए हैं। बड़े पैमाने पर जॉब आउटसोर्सिंग के चलते अमेरिका में नौकरियों पर संकट छा गया।