ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में आज होगी सर्वदलीय बैठक, ममता के बाद केजरीवाल, मायावती, नायडू ने किया किनारा
By Deshwani | Publish Date: 19/6/2019 11:47:27 AM
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में आज होगी सर्वदलीय बैठक, ममता के बाद केजरीवाल, मायावती, नायडू ने किया किनारा

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘एक देश, एक चुनाव' के मुद्दे पर चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों के लोकसभा और राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले अध्यक्षों की  आज एक बैठक बुलायी है। इस संबंध में जानकारी संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने रविवार को ही दी थी। बैठक दोपहर 3 बजे संसद भवन परिसर में शुरू होगी। 

 
एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर संसद में आज होने वाली अहम बैठक से विपक्ष किनारा करता जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों ने भी बैठक का हिस्सा बनने से इनकार कर रहे हैं। ममता के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी बैठक में शामिल न होने का मन बनाया है।
 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आहूत राजनीतिक दलों के अध्यक्ष की बैठक में तृणमूल अध्यक्ष तथा राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को पत्र लिख कर सूचित किया है कि वह उक्त बैठक में शामिल नहीं हो सकतीं। 
 
अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा है कि उन्होंने बैठक के एजेंडे पर गौर किया है और यह पाया है कि ‘एक देश एक चुनाव’ जैसे संवेदनशील विषय पर इतने कम समय में न्याय नहीं किया जा सकता। इस विषय पर जल्दीबाजी करने की बजाय संवैधानिक विशेषज्ञों के अलावा पार्टी के सदस्यों से भी सलाह ली जानी चाहिए। वह अनुरोध करती हैं कि इस संबंध में सभी राजनीतिक दलों को एक श्वेत पत्र जारी किया जाये। इस संबंध में उनसे उनकी राय पूछी जाये। इसके लिए पर्याप्त वक्त दिया जाये। तब वह इस बाबत ठोस सलाह देने की स्थिति में होंगे। 
 
मायावती ने बैठक में शामिल न होने की जानकारी ट्वीट करते हुए लिखा, 'किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित है। देश में 'एक देश, एक चुनाव’ की बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजबारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास व छलावा मात्र है।' 
 
मायावती ने आगे लिखा, 'बैलेट पेपर के बजाय ईवीएम के माध्यम से चुनाव की सरकारी जिद से देश के लोकतंत्र व संविधान को असली खतरे का सामना है। ईवीएम के प्रति जनता का विश्वास चिन्ताजनक स्तर तक घट गया है। ऐसे में इस घातक समस्या पर विचार करने हेतु अगर आज की बैठक बुलाई गई होती तो मैं अवश्य ही उसमें शामिल होती।' 
 
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह राघव चड्ढा पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। चंद्रबाबू नायडू ने भी बैठक में शामिल न होने का फैसला किया है। उनकी जगह बैठक में जयदेव गल्ला पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। डीएमके के चीफ स्टालिन भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं। इसके अलावा अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बैठक में आने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS