जिला प्रशासन ने अंतरजातीय विवाह करने वाले 10 दंपत्तियों को बतौर प्रोत्साहन 7.75 लाख की राशि प्रदान किया
बेतिया। पश्चिम चम्पारण जिला प्रशासन ने अंतर्जातीय (अंतरजातीय) विवाह करने वाले 10 दंपत्तियों को 7.75 लाख रूपये की राशि बतौर प्रोत्साहन प्रदान किया। इस बावत अपर समाहर्ता कार्यालय प्रकोष्ठ बेतिया में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना की राशि दी गई। उपर्युक्त योजना अन्तर्गत अंतरजातीय विवाह करने वाले 10 दंपत्तियों को 7.75 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह ने प्रदान किया।
प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने वालों में शीतल शर्मा, निशा देवी, ममता कुमारी, रेणु कुमारी, पूजा कुमारी, सोनी कुमारी, रीता देवी, चन्द्रावती कुमारी, रागनी कुमारी एवं मधुमाला सिन्हा के नाम शुमार हैं।
इस दौरान अपर समाहर्ता श्री साह ने कहा कि अंतरजातीय विवाह करने वालों के सराहनीय कदम से समाज में व्याप्त जाति प्रथा व दहेज़ प्रथा नामक कुप्रथा को समाप्त करने में निश्चित (अवश्य) मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अंतरजातीय विवाह से समाज में छुआछूत व जाति प्रथा जैसी भावना दूर होती है। दहेज प्रथा पर भी इसका असर दिखाई देता है। उ
न्होंने कहा कि आज के युग में अधिक से अधिक लोगों को अंतरजातीय विवाह कर जाति प्रथा पर प्रहार करना चाहिए। सरकार ने अंतरजातीय विवाह करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना को लागू किया है। समाज में ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करें एवं इस योजना का लाभ लेने के लिए उन्हें प्रेरित करें। सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग ममता झा ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए सरकार यह धनराशि नवदम्पत्ति को देती है।
मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का लाभ लेने के लिए विवाह के दो वर्ष के अंदर ही आवेदन देना होता है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अंतरजातीय विवाह करने वाली लड़की के नाम से एफडी (सावधि जमा) प्रदान की जाती है।