मुंबई। अमेरिका के 28 उत्पादों पर भारत द्वारा टैरिफ में बढोतरी किए जाने से दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध बढने की आशंका में सोमवार को हुई भारी बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार में कोहराम मच गया जिससे बीएसई का सेंसेक्स 491 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 151 अंक लुढक गया।
बीएसई का सेंसेक्स 491.28 अंक फिसलकर 39 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 38960.79 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 151.15 अंक लुढककर 11672.15 अंक पर आ गया। इस दौरान छोटी और मझौली कंपनियों में बिकवाली का दबाव रहा जिससे बीएसई का मिडकैप 1.29 प्रतिशत गिरकर 14531.27 अंक और स्मॉलकैप 1.35 प्रतिशत फिसलकर 14172.68 अंक पर रहा।
भारत ने अमेरिका के बादाम, सेब और अखरोट सहित 28 उत्पादों पर टैरिफ में बढोतरी कर दी है। अमेरिका द्वारा तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस लेने और भारतीय उत्पादों पर टैरिफ में बढोतरी किए जाने के विरोध में भारत ने टैरिफ में बढोतरी की है। वर्ष 2018 में दोनों देशों के बीच 142.1 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था।
बीएसई के सभी समूह गिरावट में रहे। सबसे अधिक धातु समूह में 3.05 प्रतिशत प्रतिशत का और सबसे कम आईटी समूह में 0.25 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बीएसई में कुल 2696 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1879 लाल निशान में और 685 हरे निशान में बंद हुए जबकि 132 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई का सेंसेक्स 62 अंकों की बढत लेकर 39514.36 अंक पर खुला और देखते ही देखते शुरूआती कारोबार में ही यह 39540.42 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद शुरू हुई बिकवाली का असर पूरे सत्र बना रहा जिसकी वजह से सत्र के आखिरी चरण में यह तीन सप्ताह के बाद 39 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 38911.49 अंक पर तक फिसल गया।
अंत में सेंसेक्स पिछले सत्र के 39452.07 अंक की तुलना में 491.28 अंक अर्थात 1.26 प्रतिशत गिरकर 38960.79 अंक पर रहा। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में 27 गिरावट में रही जबकि 3 बढत बनाने में सफल रही। एनएसई का निफ्टी 21 अंकों की बढत लेकर 11844 अंक पर खुला और शुरूआती सत्र में ही यह 11844.05 अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ा।
इसके बाद बिकवाली शुरू हो गई, जिसके कारण यह 11657.75 अंक के निचले स्तर तक फिसल गया। अंत में यह पिछले दिवस के 11823.30 अंक की तुलना में 151.15 अंक अर्थात 1.28 प्रतिशत गिरकर 11672.75 अंक पर रहा। निफ्टी में शामिल 50 कंपनियों में से 46 गिरावट में और चार बढत में रही।