बिहार
एनडीए प्रत्याशी प्रमोद सिन्हा ने कहा:-अशोक सिन्हा के वीरगंज नेपाल स्थित घर से भारी मात्रा मे सोना बरामदगी की घटना से मेरा कोई सरोकार नहीं
By Deshwani | Publish Date: 18/10/2020 10:00:06 PMरक्सौल। अनिल कुमार। क्लियरिंग एजेंट रक्सौल के हरैया निवासी अशोक सिन्हा के वीरगंज नेपाल स्थित घर से भारी मात्रा मे सोना बरामदगी की घटना से मेरा कोई सरोकार नहीहै। एनडीए के भाजपा विधायक प्रत्याशी प्रमोद सिन्हा ने रविवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा। इस मामले मे प्रमोद सिन्हा का नाम आने पर उन्होने कहा कि सोना बरामद मेरे भाई के यहाँ से हुआ है न कि मेरे यहां से वावजूद इसके बदनाम मुझे और मेरे पार्टी को किया जा रहा है।
हम चार भाई है परिवार बड़ा होनेसे आपसी सहमति से हमलोग अलग हो गए। हम चारो भाई पिछले 15 वर्षों से अलग-अलग हैं। सबका आवास और कारोबार भी अलग है। अगर कागजी बात करें तो वर्ष 2012 में ही हमारे परिवार के बीच बँटवारा हो चुका है। उसका कागजात भी मेरे पास उपलब्ध है। एक षडयंत्र के तहत मेरे अपने ही लोग संसाधन जुटाकर मेरे खिलाफ साजिश कर इस मामले मे मेरा नाम जबरन घसीट रहे हैं। जिससे की मेरा और बीजेपी पार्टी का छवी धूमिल हो रहा है। अगर मै साबित होता हूँ तो हम चुनाव नही लड़ेगे।
क्योंकि हम पार्टी को बदनाम नहीं होने देगे। इस मामले में हमसे बयान लिए बगैर एक तरफा खबर चलाया गया है। मुझे भी मीडिया से पता चला कि 23 किलोग्राम सोना को नेपाल पुलिस ने बरामद किया है। लेकिन आश्चर्य है उक्त सोने की कीमत 1 सौ 19 करोड़ मीडिया पर क्यों दिखाई जा रही है। जबकि दस बारह करोड़ उसका कीमत होगा। उन्होंने यह भी बताया कि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट बनने के समय सरकार द्वारा सभी भाईयो की भूमि अधिग्रहण की गयी थी उसमे भी पैसा मिला था और उसके बाद बिहार सरकार के विधुत बोर्ड की भूमि अधिग्रहण पर भी सवा सात करोड़ रुपया मिला था। यह सोना उस पैसे का भी हो सकता है। खैर मुझे इससे कोई लेना-देना नहीं है। इस मामले में मुझे और न घसीटा जाए और न पार्टी को बदनाम किया जाये। मौके पर प्रो. (डॉ.) अनिल सिन्हा, राकेश जायसवाल, गुड्डू सिंह, ई. जितेंद्र कुमार, राजकिशोर राय व सन्नी पटेल आदि मौजूद थे।