किसान सभा, सीटू तथा खेतिहर मजदूर यूनियन का अखिल भारतीय विरोध दिवस के अवसर पर बेतिया समाहर्ता के समक्ष विशाल प्रदर्शन
◆बैरिया सीओ की सहमति से दिलाई गई नाजायज कब्जे को अविलम्ब खाली करावें : प्रभुराज नरायण राव
बेतिया। किसान सभा, भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र , तथा खेत मजदूर यूनियन के अखिल भारतीय विरोध दिवस के अवसर पर बेतिया में जिला पदाधिकारी के समक्ष धरना दिया गया । यह धरना सभी को रोजगार , मनरेगा की मजदूरी में बढ़ोतरी, भूमिहीनों को घर के लिए बासगीत जमीन , सभी भूमिहीनों को खेती के लिए 1 एकड़ जमीन , भोजन , सबको एक समान शिक्षा , स्वास्थ्य तथा समानता के साथ साथ बकुलहर मठ के सीलिंग से फाजिल जमीन पर सरकार द्वारा दी गई पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने , बड़े पैमाने पर खाद में हो रही कालाबाजारी पर रोक लगाने, वर्षा नहीं होने के कारण धान की फसल तथा गन्ना को हुए नुकसान का हर्जाना देने , बाढ़ से बचाव की पूरी व्यवस्था करने , निरंतर बढ़ रहे महंगाई पर रोक लगाने , ई रिक्शा चालकों को टैक्स मुक्त करने , बैरिया अंचल से सटे सौ मीटर की दुरी पर खाता न. खेसरा न. हरिओम यादव की जमीन जिसका वाद संख्या जो समाहर्ता पश्चिम चम्पारण के यहां लंबित है , को बैरिया सीओ की सहमति से दिलाई गई नाजायज कब्जे को खाली कराने , गरोबों के दिए गए भारी बिजली बिल को वापस लेने आदि मांगों के लिए किए जा रहे प्रदर्शन एवं धरना को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि आज देश गंभीर संकट से गुजर रहा है।
मोदी सरकार किसानों के साथ वादा खिलाफी कर रही है । अग्निपथ योजना से नौजवानों को छला जा रहा है । तो दूसरी तरफ हमारी सरहदें कमजोर हो रही है । नौजवानों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है । महंगाई अपनी चरम सीमा पर है ।इसकी समाधान के बदले मोदी सरकार आर एस एस के इशारे पर देश में नफरतों की राजनीति बो रही है। संविधान की मर्यादाएं तार तार हो रही है । जनतांत्रिक अधिकार छीने जा रहे हैं।
आज के इस धरना प्रदर्शन को किसान सभा के जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव , खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभुनाथ गुप्ता , सीटू के जिला अध्यक्ष वी के नरूला , जिला सचिव शंकर कुमार राव , नीरज बरनवाल, प्रकाश वर्मा , जगरनाथ यादव , म.वहीद , सुनील यादव , अवध बिहारी प्रसाद काशी शाह , संजीव कुमार , हरिओम यादव ,मनोज कुशवाहा , सदरे आलम , बड़ाई पासवान, राजू बैठा , म. सहीम , दोवा हकीम , लक्ष्मण बैठा । रुखमिना खातून आदि लोगों ने अपना विचार रखा।
अन्त में प्रभुराज नारायण राव , चांदसी प्रसाद यादव , प्रभूनाथ गुप्ता , वी के नरूला, जगरनाथ यादव , म . वहीद की छे सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिला पदाधिकारी से मिलकर 11 सूत्री मांगों पर विचार किया।