राधा मोहन सिंह ने महात्मा गांधी केंद्रीय विवि की चारदीवारी एवं प्रवेश मार्ग के निर्माण का किया शिलान्यास
मोतिहारी। आज महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी की अपनी जमीन पर सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना अन्तर्गत 50 लाख लागत से सामने की चाहर दीवारी एवं प्रवेश मार्ग के निर्माण का शिलान्यास मा. सांसद, चेयरमैन रेलवे स्टैंडिंग कमिटी सह पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह जी ने किया। इस अवसर पर बिहार सरकार के मंत्री श्री प्रमोद कुमार जी एवं कुलपति प्रो संजीव कुमार शर्मा जी के आलावा प्राध्यापक, छात्र एवं स्थानीय मुखिया सहित ग्रामीण भी इकट्ठे थे।
इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय संसद के एक अधिनियम, केंद्रीय विश्वविद्यालयों (संशोधन) अधिनियम 2014 (2014/35) द्वारा अस्तित्व में आयी। विश्वविद्यालय 3 फरवरी 2016 को कार्यात्मक हो गया। एमजीसीयू राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर मोतिहारी (बनकट) में स्थित है।
मजीसीयू बेसिक, एप्लाइड और तकनीकी शैक्षिक दोनों क्षेत्रों में उच्च अध्ययन का एक उत्कृष्ट केंद्र सिद्ध हो रहा है। कुल 4 स्नातक, 22 स्नातकोत्तर, 19 विषयों एम. फिल और 20 विषयों पीएचडी, कुल 07 स्कूलों और उनके तहत 20 शिक्षण विभाग के तहत अध्ययन के कार्यक्रम संचालित हैं। इस विश्वविद्यालय में देश के विभिन्न हिस्सों से उत्साही शिक्षार्थियों को प्रवेश लेने के लिए आकर्षित किया है। इसका कारण विश्वविद्यालय में अनुभवी और सक्षम शिक्षकों का होना है जो अकादमिक रूप से उत्कृष्ट है।
कोविड 19 के समय भी देश में सर्वाधिक शैक्षणिक गतिविधि को आयोजित करने में यह विश्वविद्यालय अग्रणी रहा है। बिहार नालंदा विश्वविद्यालय की धरती है। यह प्रदेश विश्व में शिक्षा का सर्वोत्कृष्ट केंद्र रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार की प्राचीन शैक्षिक उत्कृष्टता को पुनः स्थापित करने में सफल होगा।