बिहार
15 दिनों बाद वापस आने का वादा कर शहीद हो गये मसौढ़ी के संजय सिंह
By Deshwani | Publish Date: 15/2/2019 6:13:21 PMपटना/मसौढ़ी। जम्मू -काश्मीर के पुलवामा में आतंकी घटना में शहीद हुए संजय सिंह के पैतृक गांव मसौढ़ी थाने के तरेगना मठ में सन्नाटा पसरा है। संजय के परिवार के साथ गांव के लोग दुखी तो हैं ही लेकिन पाकिस्तान के लिए उनके मन में काफी आक्रोश है। गांव वालों ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से कहा है कि वह यहां आयें और बतायें कि कब तक हमारे बेटे मरते रहेंगे। गांव वालों ने सरकार से कहा है कि अब समय आ गया है कि सरकार आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे।
जम्मू में सीआरपीएफ की 176 वीं बटालियन में पदस्थापित संजय आठ फरवरी को ही मसौढ़ी से जम्मू गये थे। अपनी दो महीने की छुट्टी उन्होंने गांव में ही बितायी थी। संजय 15 दिनों के बाद ही अपनी बड़ी बेटी रूही के लिए लड़का देखने मसौढ़ी फिर आने वाले थे। उनकी मौत की खबर से पत्नी बबीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटी भी अपने पापा को याद कर कभी फूट-फूट कर रोती है तो कभी अपने दिल को दिलासा देते हुए देश के लिए शहीद हुए अपने पापा पर गर्व करती है। एक दिन पहले ही संजय ने पिता महेंद्र सिंह और पत्नी बबीता से बात कर कहा था- 15 दिनों में आ रहा हूं। छुट्टी का आवेदन दे दिया हैं।