पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा और भागलपुर के मुद्दे पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए आज राजद पर जमकर निशाना साधा है। नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार ने सांप्रदायिकता फैलाने वालों से कभी समझौता नहीं किया है और आगे भी ऐसे मामलों में हम समझौता नहीं करने वाले है। उन्होंने कहा, बिना इजाजत जुलूस निकालने वालों पर प्राथमिकी तय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा में जमीन के झगड़े में हत्या हुई थी। जिसको लेकर अनाप शनाप बयानबाजी की गयी। ताकि दो समुदायों में झगड़ा लगाया जा सकें। ऐसे किसी बयान पर हमें ध्यान नहीं देना है।
पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बिहार में युवाओं की भूमिका पर आयोजित सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा, राजनीति में कुछ लोग ऐसे है जिनको लगता है कि अगर हम लोग तनाव पैदा करेंगे तो फायदा मिलेगा। लेकिन, हमारा यकीन प्रेम में है, सद्भावना में है। शांति में है। हमने समाज के हर तबके, हर मजहब, हर जाति की सेवा की है और हमारा लक्ष्य न्याय के साथ विकास करना है। इसका मतलब है समाज के हर तबके और हर इलाके का विकास तथा इसके लिए हमलोग काम करते रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा, बिहार में आज सड़क व बिजली की स्थिति देख लीजिए. इसको लेकर बेवजह की बयानबाजी करने वाले सतह पर जाकर विकास देख लें। हम सबके लिए काम करते है और जब तक बिहार के लोगों की इच्छा होगी काम करेंगे। हमने ना कभी भ्रष्टाचार और ना ही कभी कानून का राज कायम करने को लेकर समझौता किया है। हम काम करते है और करते रहेंगे। समाज में सद्भाव और प्रेम बनाये रखने के लिए हम हमेशा से चौकन्ना रहे है और इन सब चीजों से हम समझौता नहीं करते है।
नीतीश कुमार ने कहा, दरभंगा में बीते दिनों जमीन के झगड़े के कारण हत्या हुई थी। जिसके बाद किसी से ये अफवाह उड़ा दिया कि मोदी जी के नाम से चौक बना दिया, इसी कारण उसकी हत्या कर दी गयी। हमने डीजीपी से पूछा, तो पता चला कि एक दुकान के ऊपर बहुत दिनों से बोर्ड लगाया गया था और ये तो जमीन के झगड़े में मर्डर हुआ है। इस हत्या को लेकर हमने खुद, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी व पुलिस के लोगों ने अपनी बात रखी, लेकिन इस हत्या को लेकर क्या-क्या बातें की गयी। मैं मीडिया से ऐसी किसी तरह की खबर को बिना जांच-पड़ताल किये प्रकाशित नहीं करने की सलाह देता हूं।
सीएम ने आग कहा, इस तरह की घटना के बाद किसी भी दल का व्यक्ति किसी तरह का वक्तव्य बिना तथ्यों के देता है तो यह गलत है। आजकल किसी चीज को वायरल कर दिया जाता है। जिसके बाद इंटरनेट की सेवा पर भी रोक लगाना पड़ता है। जैसे हम भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करते है, उसी तरह से इस तरह की घटनाओं से समझौता नहीं कर सकते है। मेरी दिलचस्पी वोट में नहीं है, काम करने में है।