कानपुर, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत-न्यूजीलैंड के बीच एक दिवसीय मैचों की त्रिकोणीय श्रृंखला का निर्णायक मैच खेला गया। जीत के इरादे से दोनों ही टीमें मैदान में उतरी और पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने मेजबान टीम को 338 रनों को मजबूत लक्ष्य दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे कीवी बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाये लेकिन स्लाग ओवरों में कसी गेंदबाजी के चलते भारतीय टीम ने छह रनों से मात देकर तीन मैच की वनडे सीरीज पर जीत दर्ज की।
भारत व न्यूजीलैंड के बीच पेटियम त्रिकोणीय वनडे मैचों की श्रृंखला का आखिरी व निर्णायक मैच ग्रीनपार्क में रविवार को खेला गया। टॉस जीत कर कीवी कप्तान केन विलयम्सन ने भारत को पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम के सलामी बल्लेबाजों की जोड़ी शिखर धवन व रोहित शर्मा मैदान में उतरे। भारत के अभी 29 रन ही स्कोर बोर्ड पर हुए थे कि 14 रन के निजी स्कोर पर शिखर विकेट गवां बैठे। शिखर के बाद मैदान में आये कप्तान विराट कोहली ने रोहित के साथ बेहतरीन साझेदारी करते हुए टीम के स्कोर को 259 रन पर पहुंचाया। इस बीच रोहित ने वनडे कैरियर का अपना 15वां शतक जमाया और 147 के निजी स्कोर की बेहतरीन पारी खेलते हुए आउट हुए। उनकी जगह आये हार्दिक पांडया छह गेंदों में आठ रन बनाकर पवेलियन लौट गये। क्रीज पर पांडया के बाद विकेट कीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी आये और कप्तान के साथ रन बनाना जारी रखा। इस बीच कप्तान ने विराट पारी खेलते हुए अपना वनडे कैरियर का 32वां शतक ग्रीनपार्क में लगाया। उनके शतक लगाते ही खचाखच भरे स्टेडियम में दर्शकों ने अभिवादन किया और खडे़ हो गये। टीम का स्कोर 300 रनों के पार पहुचते ही 113 रनों के निजी स्कोर पर कोहली आउट हो गये। कीवी टीम ने भारतीय बल्लेबाजों को 50वें ओवर की पहली गेंद में जहां धोनी को आउट किया तो वहीं आखिरी गेंद पर केदार जाधव का विकेट झटका और उन्हें 338 रनों को लक्ष्य मिला।
भारतीय टीम द्वारा बनाये गये 337 रनों का पीछा करने उतरी कीवी टीम के सलामी बल्लेबाजों ने तेज गति से रन बटोरना शुरू किये। पहले ही ओवर में भारतीय तेज गेंदबाजों पर दबाव बनाते हुए गेंद को सीमा रेखा के पार पहुचाने लगे। रन बटोरने के चक्कर में मार्टिन गुप्टिल ने 14 गेंद खेलते हुए 10 के निजी स्कोर पर विकेट गवां दिया। उनके बाद मैदान में कीवी कप्तान केन विलयम्सन मैदान में आए और कोलीन मुनरो के साथ स्ट्राइक रोटेट करते हुए 109 रनों की बेहतरीन साझेदारी की। स्कोर बोर्ड पर 153 रन ही पहुंचे थे कि मुनरो 75 रन के निजी स्कोर पर आउट होकर पवेलियन लौट गये। 15 रन ही मेहमान टीम के स्कोर बोर्ड में पहुंचे थे कि यजुवेंद्र चाहल ने अपनी स्पिन गेंद में कप्तान विलयम्सन को फसा लिया और विकेटों के पीछे धोनी के हाथ कैच कराकर बड़ा झटका दिया। कप्तान के मैदान से जाने के बाद भी कीवी बल्लेबाजों ने रन बटोरना जारी रखा और रॉस टेलर व टॉम लाथम ने 79 रनों की साझेदारी की।
मेहमान टीम को लक्ष्य के नजदीक आता देख भारतीय खेमे में घबराहट बढ़ने लगी। तभी कप्तान व सीनियर खिलाड़ियों की रणनीति पर तेज गेंदबाज बुमराह को मौका दिया। कप्तान के भरोसे पर खरा उतरते हुए बुमराह ने टेलर को चलता किया और घातक हो रही जोड़ी को तोड़ा। टेलर के जाते ही हैनरी निकोलस ने तेज पारी खेली और 24 गेंदों में 37 रन बनाये और पांचवें विकेट के रूप में उनका पतन हुआ। इसके बाद स्कोर बोर्ड में मेहमान टीम के छह रन ही जुड़े थे कि लाथम रन आउट हो गये। उनके जाते ही मेहमान टीम के खिलाड़ियों द्वारा लक्ष्य का पीछा करने व रनों के दबाव में बिखरने लगी। 50वें ओवर में जीत के लिए कीवी टीम को 15 रनों की दरकार थी। पिच पर मिचेल सैंटनर और कोलिन डी ग्रांडहोम थे। भारतीय टीम के कप्तान विराट ने बुमराह पर एक बार फिर आखिरी ओवर फेकने के लिए गेंद थमाई। अभी तीन ही रन बने थे कि बुमराह की फुलटास चौथी गेंद पर नौ रन बनाकर सैंटनर धवन को कैच दे बैठे और मेहमान टीम का सातवां विकेट गिर गया। सातवां विकेट गिरने पर मेहमान टीम को 12 रनों की दरकार थी। लेकिन पांच रन ही कीवी टीम बना सकी और भारतीय टीम ने निर्णायक मैच में छह रनों से जीत दर्ज करते हुए त्रिकोणीय वनडे मैचों की श्रृंखला अपने नाम कर ली।
भारत ने लगातार आठवीं सीरीज जीती
बताते चलें कि इस सीरीज से पहले भारतीय टीम लगातार सात वनडे सीरीज में जीत हासिल कर चुकी थी। कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ त्रिकोणीय वनडे सीरीज में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन कर जहां अंतिम मैच जीता तो, वहीं सीरीज जीत के अपने अजेय क्रम को भी बरकरार रखा। कप्तान विराट के नेतृत्व में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन के साथ आठवीं सीरीज पर कब्जा किया है।