नई दिल्ली, (हि.स.)। पूर्व हॉकी कप्तान सरदार सिंह और पैरालंपियन एथलीट देवेंद्र झाझारिया को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार चार साल की अवधि में खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार मे एक पदक, एक प्रशस्ति पत्र और पांच लाख रुपये पुरस्कृत व्यक्ति को दिये जाते हैं।
देवेंद्र झाझारिया भारत के पैरालम्पिक जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक) हैं। वो एकमात्र ऐसे एथलीट हैं, जिन्होंने पैरालंपिक्स में दो स्वर्ण पदक जीते हैं। झाझारिया ने एथेंस में 2004 समर पैरालंपिक्स में पहला पदक और फिर 2016 समर पैरालंपिक्स में रियो में दूसरा स्वर्ण पदक जीता। झाझारिया को 2004 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और 2012 में पद्म श्री प्राप्त करने के लिए वे पहले पैरालंपियन भी बने थे।
वहीं, 2015 हॉकी विश्व लीग में टीम का नेतृत्व करने वाले सरदार सिंह की कप्तानी में भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार दो रजत पदक हासिल किये थे।
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की हरफनमौला खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर, पैरालम्पिक पदक विजेता मारिआप्पन थांगवालू, वरुण भाटी और गोल्फर एसएसपी चौरसिया उन 17 खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें इस साल अर्जुन परस्कार दिया जायेगा।
बता दें कि पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और पूर्व एथलीट पी.टी. उषा 12 सदस्यीय समिति में शामिल थे जिन्होंने इस साल के खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को चुना।
सहवाग और पीटी उषा के अलावा न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सी के ठक्कर की अध्यक्षता वाली समिति में मुकुंद किल्लेकर (मुक्केबाजी), सुनील डब्बास (कबड्डी), एमआर मिश्रा (पत्रकार), एस कन्नन (पत्रकार), संजीव कुमार (पत्रकार), लाथा माधवी (पैरा एथलीट), अनिल खन्ना (खेल प्रशासक), इंजेती श्रीनिवास (डीजी, साई) और राजवीर सिंह (संयुक्त सचिव, खेल मंत्रालय) शामिल हैं।