किंग्स्टन, (हि.स.)। पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के आखिरी मुकाबले को भारत और विंडीज दोनों टीमें ही जीतना चाहेंगी। विंडीज के लिए यह मैच सीरीज में बराबरी करने और भारत के लिए सीरीज जीतने का मौका होगा।
पहला मैच बारिश के कारण रद्द होने के बाद भारत ने लगातार दो मैच जीतते हुए सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली थी, लेकिन चौथे वनडे में मिली अप्रत्याशित हार के चलते उसे सीरीज पर कब्जा जमाने के लिए पांचवें मैच तक इंतजार करना पड़ रहा है। पिछले मैच में दोनों टीमों की गेंदबाजी अच्छी रही थी, लेकिन मेहमान और मेजबान टीमों के लिए बल्लेबाजी थोड़ी चिंता का विषय है।
शिखर धवन इस सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए हैं। आखिरी मैच में उनसे टीम को रनों की उम्मीद होगी। वहीं कप्तान विराट कोहली भी बल्ले से पिछले मैच में असफल रहे थे।
केदार जाधव, हार्दिक पांड्या अंत में अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन पिछले मैच में यह दोनों भी विफल रहे थे। सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने हर मैच में 50 का आंकड़ा पार किया है और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने भी अर्धशतक जड़े हैं। लेकिन पिछले मैच में इन दोनों ने बेहद धीमी पारियां खेली थीं।
भारत की सबसे बड़ी चिंता इस सीरीज में तेजी से रन बनाने की रही है। बीते दो मैचों में खासकर भारतीय बल्लेबाज रनों की गति को बढ़ा नहीं पाए हैं। इसका बहुत बड़ा कारण पिच भी रही है। पिछले दो मैचों में विकेट काफी धीमी थी और बल्लेबाजों को काफी परेशानी हो रही थी। अगला मैच सबिना पार्क मैदान पर खेला जाना है। यहां की पिच के भी धीमी रहने की संभावना है। ऐसे में दोनों टीमों के दिमाग में यह बात होगी कि इस परिस्थिति में किस तरह से रन बनाने हैं और बोर्ड पर मजबूत स्कोर टांगना है। विंडीज की पिछली जीत के हीरो पांच विकेट लेने वाले कप्तान जेसन होल्डर रहे थे। गेंदबाजी में उनके अलावा अल्जारी जोसेफ, एश्वेल नर्स, देवेंद्र बिशू हैं जिन्होंने पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था।
बल्लेबाजी विंडीज की मुख्य चिंता है। इस सीरीज की शुरुआत से ही उसका कोई भी बल्लेबाज नहीं चला है। शाई होप ने जरूर कुछ प्रभाव छोड़ा है। शाई होप के अलावा रोस्टन चेस विंडीज की बल्लेबाजी की मुख्य कड़ी हैं।