बिहार
बिहार में आंगनबाड़ी सेविकाएं हड़ताल पर, बच्चों का भविष्य अधर में
By Deshwani | Publish Date: 21/4/2017 3:19:58 PMसीवान। अपनी 16 सूत्री मांगों के समर्थन में पिछले 24 मार्च से सीवान के सभी 2 हजार 912 आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं के हड़ताल पर चले जाने से जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पठन-पाठन ठप हो गया है। इस कारण जिले के लगभग एक लाख से ऊपर बच्चों का भविष्य अंधकार में है ।
बच्चे पिछले कई दिनों से आंगनबाड़ी केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन केन्द्र के बंद होने से उन्हें घर लौटने को मजूबर होना पड़ रहा है । हड़ताल कर रही सेविकाओं का कहना है कि जब तक उन्हें सरकारी सेवक का दर्जा नहीं मिल जाता है तबतक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। सेविकाओं ने मांग की है कि उन्हें महीने में 18000 रुपये बतौर मानदेय मिलना चाहिए जबकि सहायिकाओं को 10000 प्रतिमाह मानदेय मिलना चाहिए।
सेविकाओं ने बताया कि जब गोवा व तेलांगाना जैसे छोटे राज्यों में सेविका को 7000 व सहायिका को साढ़े चार हजार अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के साथ- साथ चिकित्सा भत्ता व राष्ट्रीय बीमा सुविधा उपलब्ध है तो बिहार में आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिका के साथ यह ऐसा होना अनुचित है । हड़ताली सेविकाओं का कहना है कि जब तक राज्य सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेती तब तक उनकी यह हड़ताल जारी रहेगी ।