समस्तीपुर
अनुकूल राय को बचपन से ही क्रिकेट से लगाव
By Deshwani | Publish Date: 4/2/2018 5:28:34 PMसमस्तीपुर । अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की विजेता टीम का अनमोल सितारा, अनुकूल राय को बचपन से ही क्रिकेट से लगाव था।
जिले के रोसड़ा प्रखंड में बिरहा गॉव केअधिवक्ता सुधाकर राय तथा माता रंजू देवी के पुत्र अनुकूल की शिक्षा समस्तीपुर के डीएवी और टेक्नो मिशन स्कूल में हुई 1 भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो• रामविलास राय का पौत्र और चार भाई बहनों में सबसे छोटा अनुकूल बचपन से ही क्रिकेट के प्रति समर्पित था। बारह पत्थर में रह कर अनुकूल अपनी बड़ी बहन पूजा व स्मृति शांडिल्य एवं बड़े भाई सिविल इंजीनियर अभिषेक शांडिल्य के सहयोग से समस्तीपुर के पटेल मैदान में समस्तीपुर क्रिकेट अकैडमी में क्रिकेट का नियमित रूप से अभ्यास किया करता था
अपने प्रदर्शन से बिहार की ख्याति बढाने वाले अनुकूल राय का जन्म 1999 में समस्तीपुर में हुआ जहां उसने क्रिकेट का ककहरा सीखा। अनुकूल की बचपन से ही क्रिकेट के प्रति गजब की दीवानगी थी। अनुकूल के पिता सुधाकर राय ने बताया कि परिवार का सबसे छोटा बच्चा, अनुकूल पढ़ाई छोड़कर अक्सर क्रिकेट खेलने में व्यस्त रहता था। अनुकूल की इस आदत से परिवार वाले उसके भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहते थे।
सुधाकर राय ने बताया कि 7 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू करने के बाद अनुकूल ने समस्तीपुर के आरआईसीसी से खेलना प्रारम्भ किया। स्कूल प्रतियोगिता वीनू मारकंडे टूर्नामेंट के लिए समस्तीपुर में चयनित होने के बाद उनसे कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 2009-2010 में उसने बिहार के अंडर-14 टीम में जगह बनायी और 2014 में अंडर-16में बिहार का प्रतिनिधित्व किया। श्री राय ने बताया कि क्रिकेट में अपना भविष्य सवारने के लिए अनुकूल झारखंड चला गया । झारखण्ड में क्रिकेट एसोसिएशन के जेनेरल सेक्रेटरी असीम कुमार सिंह की देखरेख में उसकी ट्रेनिंग शुरू हुई। अनुकूल के पिता मानते हैं कि असीम कुमार सिंह ने उसकी प्रतिभा को तराशने में अहम भूमिका निभायी। जमशेदपुर के ट्रेनिंग कैंप में रहते हुए अनुकूल चाईबासा से खेलता रहा है।
अनुकूल के पिता ने बताया कि अनुकूल के प्रदर्शन से प्रभावित हो कर समस्तीपुर के तत्कालीन डीएम कुंदन कुमार ने उसे और आगे बढाने की सलाह दी थी । उन्होंने कहा कि अनुकूल को प्रोत्साहित करते हुए कुंदन कुमार ने उसे क्रिकेट खेलने से कभी नहीं रोकने को कहा था 1 सुधाकर राय ने बताया कि कुंदन कुमार ने अनुकूल के खेल की तारीफ़ करते हुए कहा था कि यह बालक आगे चल कर पिता का नाम रोशन करेगा , जो आज सच साबित हुआ ।