ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
झारखंड
देश में उभरा है एक्सीलेंस एजुकेशन : सरयू राय
By Deshwani | Publish Date: 20/5/2017 5:43:07 PM
देश में उभरा है एक्सीलेंस एजुकेशन : सरयू राय

रांची। खाद्य आपूर्ति सह संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने कहा है कि विज्ञान तकनीक का विकास कर भविष्य निर्धारित करता है। हमें अधिक से अधिक तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। उत्कृष्टता अपने दिमाग में लायें और खुद को स्थापित करें। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में उत्कृष्ट बनें। राय शनिवार को एसोचैम नेशनल समिट ऑन एक्सीलेंस इन एजुकेशन अवार्ड 2017 समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। पहले की अपेक्षा आज शिक्षा में प्रतिस्पर्धा बढ़ गयी है। देश में एक्सीलेंस एजुकेशन उभरा है। आज कई संस्थाएं शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही हैं। 

उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय उतना नहीं ले पाते, जितना की सरकार उन्हें देती है। आज विवि का स्वरूप बदल रहा है। आज विवि की प्रतिष्ठा में गिरावट आयी है। यह चिंता का विषय है। सरकार विवि को फंड देती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें जो काम सौंपा है, उसे इमानदारी से करें। आज सरकारी और निजी विवि के संचालन में अंतर होता है, हमें यह अंतर मिटाना है। हमारे समाज का हिस्सा उत्कृष्ट व्यक्ति का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि हमें उत्कृष्ट लोगों की तलाश है ताकि विवि में स्थितियां सुधरें। एक्सीलेंस में नये दृष्टि से सोचने की जरूरत है। उत्कृष्टता समय का मोहताज नहीं है।
मौके पर जस्टिस रमेश कुमार मेरठिया ने कहा कि आज सभी समस्याओं की जड़ अशिक्षा है। शिक्षा व्यवस्था, शिक्षा प्रणाली, सरकारी, गैर सरकारी, प्राइमरी स्कूल का बेस सुधरे। आज कोई भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहता। हमें इस दिशा में कार्य करने की जरूरत है। जबकि दूसरे राज्यों में स्थितियां ठीक हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्राइमरी एजुकेशन में ध्यान देने की जरूरत है। आज शिक्षा व्यवसाय बन गयी है, हमें इसे खत्म करने की जरूरत है। इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले यूनिवर्सिटी को एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसोचैम के डायरेक्टर बीएस रावत, जीएलए यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो एएम अग्रवाल, वीके वर्मा, रौशन कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे। 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS